मुंबई। लोकसभा चुनाव के बीच सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। तीसरे चरण की वोटिंग से पहले कांग्रेस से निष्काषित संजय निरुपम एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गए। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में उन्होंने शिवसेना की सदस्यता ग्रहण की। कांग्रेस ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों के चलते उन्हें छह वर्षों के लिए निष्काषित किया था।
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बता दें, संजय निरुपम कांग्रेस पार्टी में विभिन्न पदों पर कार्य किए और अनबन के बाद पार्टी से बाहर होने से पहले कांग्रेस की मुंबई शहर इकाई का नेतृत्व भी किया। कांग्रेस ने पिछले महीने निरुपम को ‘अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों’ के लिए निष्काषित कर दिया था। उससे कुछ दिनों पहले उन्होंने मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट पर पार्टी को फैसला लेने के लिए ‘एक सप्ताह का अल्टीमेटम’ दिया था। वे इस सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे।
शिवसेना में शामिल होने के बाद संजय निरुपम ने कहा कि, मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि आज 20 वर्ष बाद मैं फिर से शिवसेना में आ रहा हूं…मेरी सांसों में शिवसेना रही है, हम शिवसेना को मजबूत करने और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ताकत बढ़ाने का काम करेंगे। अब मुझे कुछ तय नहीं करना है, मुझे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर भरोसा है वह जो भी जिम्मेदारी देंगे मैं उसे ईमानदारी से निभाऊंगा।