पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार रात 92 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में निधन हो गया। डॉक्टर्स के अनुसार उन्हे एज रिलेटेड मेडिकल कंडीशन थी, और उनका कॉन्शियसनेस अचानक लॉस हो गया था। बताया जा रहा है कि वो रेस्पिरेटरी डिजीज से पीड़ित थे और उनको सांस लेने में दिक्कत होती थी। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको रेस्पिरेटरी डिजीज और इससे बचने के उपायों के बारे में बताने जा रहे है।
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रेस्पिरेटरी डिजीज एक तरह की बीमारी जो फेफड़ों और रेस्पिरेटरी के दूसरे हिस्सों पर असर डालती है। ये रोग इंफेक्शन, एयर पॉल्यूशन, स्मोकिंग, सेकेंड हैंड स्मोकिंग, रेडॉन या एस्बेस्टस के डस्ट को सांस के रूप में लेने से हो सकता है।
सांस से जुड़ी बीमारी में अस्थमा , क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज, पल्मोनरी फाइब्रोसिस, निमोनिया और फेफड़ों का कैंसर शामिल हैं। इसे लंग डिसऑर्डर ( और पल्मोनरी डिजीज भी कहा जाता है। रेस्पिरेटरी डिजीज से बचने के लिए कुछ आसान और असदार उपाय है जिसे फॉलो किया जा सकता हैं।
रेस्पिरेटरी डिजीज से बचने के लिए सबसे पहले स्मोकिंग से दूरी बना लें। क्योंकि ये फेफड़ों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है। एयर पॉल्यूशन से बचने के लिए मास्क पहनें और घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें। साफ-सफाई पर ध्यान दें, जैसे हाथ धोना और घर को धूल-मिट्टी से फ्री रखना।
हेल्दी डाइट लें, जिसमें विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट्स हों, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। रेग्युलर एक्सरसाइज और योग से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है। समय-समय पर वैक्सीनेशन करवाएं और सर्दी-जुकाम से बचने के लिए शरीर को गर्म रखें।