France Protest : फ्रांस में दहशत और हिंसा के माहौल के बीच हो रहा बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है। बीते 100 घंटों में पेरिस ही नहीं फ्रांस के कई शहरों में उपद्रवियों का तांडव सब कुछ राख कर देने की बेचैनी में दिख रहा है। उपद्रवियों को काबू करने फ्रांस सरकार के सारे प्रयास विफल हो रहे। सड़कों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों में बीच चल रहे युद्ध का कोई समाधान नहीं निकल रहा है। फ्रांस की ताजा स्थ्िित को देख कर विश्व के अन्य देशों में भी दहशत बनी हुई है। प्रदर्शनकारियों ने आगजनी को से सबको दहला दिया है। सड़कों पर आग की लपटों में धधकती गाड़ियां और बहुमंजिला इमारतों से उठता धुएं का गुबार।
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हालात बेकाबू होते जा रहे हैं
27 जून को फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक घटना ने देश को इस मुहाने पर खड़ा कर दिया कि आग के लपटों में पूरा देश जल रहा है। बता दें ट्रैफिक रूल्स तोड़ने पर पुलिसकर्मी ने सरेआम 17 साल के एक नौजवान को गोली मार दी। बस फिर क्या था। इस शूटआउट के बाद से सिर्फ पेरिस ही नहीं बल्कि पूरा फ्रांस हिंसा की आग में धधक रहा है। पुलिस और जनता आमने-सामने है और हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। अगर फ्रांस में उग्र फसाद विकराल होता गया तो वहां इमरजेंसी लगना तय है।
फ्रांसीसी किशोर की दादी ने पांच रात की अशांति के बाद दंगाइयों से रोकने की अपील की है। जबकि अधिकारियों ने उपनगरीय मेयर के घर पर हमले पर नाराजगी व्यक्त की, जिसमें परिवार के सदस्य घायल हो गए।
इस आगजनी और हिंसा की शुरुआत उस समय हुई जब एक नाबालिग लड़के को ट्रैफिक पुलिस ने गोली मार दी। खबरों के अनुसार, 17 साल के एक डिलीवरी बॉय को ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के आरोप में पहले रोका। पेरिस पुलिस के अनुसार ट्रैफिक पुलिस ने चेकिंग के नाबालिग को रोका तो उसने भागने की कोशिश की। अचानक जब ड्राइवर ने गाड़ी दौड़ा दी तो पुलिसवाले ने उस पर गोली चला दी। जिसके बाद नाबालिग लड़के की मौत हो गई।