नई दिल्ली। यूरोपीय सिनेमा (European Cinema) और ग्लैमर की दुनिया से एक युग का अंत हो गया है। फ्रेंच सिनेमा (French Cinema) और हॉलीवुड (Hollywood) में अपनी अलग पहचान बनाने वाली दिग्गज अभिनेत्री और गायिका ब्रिजिट बार्डो (French actress Brigitte Bardot) का 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। बार्डो सिर्फ एक फिल्म स्टार नहीं थीं, बल्कि वह 20वीं सदी की उन शख्सियतों में शामिल रहीं जिन्होंने सिनेमा, फैशन, महिला स्वतंत्रता और सामाजिक बहसों को नई दिशा दी।
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बोल्ड किरदारों के लिए जानी जाती थीं अभिनेत्री
1950 और 60 के दशक में ब्रिजिट बार्डो (Brigitte Bardot) का नाम ग्लैमर और बोल्डनेस का पर्याय बन गया था। उन्होंने उस दौर में परंपरागत छवियों को तोड़ते हुए महिलाओं की आज़ादी और आत्म-अभिव्यक्ति को नई पहचान दी। उनकी मौजूदगी ने फ्रेंच सिनेमा को वैश्विक मंच पर मजबूती से स्थापित किया।
पेरिस में जन्म, कम उम्र में शोहरत
ब्रिजिट बार्डो (Brigitte Bardot) का जन्म 1934 में पेरिस में हुआ था। वह एक पारंपरिक परिवार में पली-बढ़ीं और बचपन में उन्होंने नृत्य की औपचारिक शिक्षा ली। किशोरावस्था में ही उनकी खूबसूरती और आत्मविश्वास ने लोगों का ध्यान खींचा और एक मैगजीन कवर से उनका करियर शुरू हुआ। यहीं से उन्हें फिल्मों के प्रस्ताव मिलने लगे और बहुत कम समय में वह सिनेमा जगत का जाना-पहचाना चेहरा बन गईं।
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‘एंड गॉड क्रिएटेड वुमन’ से मिली वैश्विक पहचान
1956 में आई फिल्म एंड गॉड क्रिएटेड वुमन (Film And God Created Woman) ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्टार बना दिया। इस फिल्म में उनके अभिनय और व्यक्तित्व ने उन्हें उस दौर की सबसे चर्चित अभिनेत्री बना दिया। अगले दो दशकों तक वह पर्दे पर ‘सेक्स सिंबल’ (Sex Symbol) के रूप में देखी गईं, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने गंभीर और चुनौतीपूर्ण भूमिकाएं भी निभाईं।
सिनेमा के साथ संगीत में भी पहचान
फिल्मों के अलावा बार्डो का संगीत करियर भी खासा चर्चित रहा। उन्होंने फ्रेंच पॉप और रोमांटिक गीतों में अपनी अलग छाप छोड़ी। मशहूर संगीतकारों और गायकों के साथ उनकी जुगलबंदी आज भी याद की जाती है।
अचानक लिया अभिनय से संन्यास
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अपने करियर के शिखर पर पहुंचने के बाद 1970 के दशक की शुरुआत में ब्रिजिट बार्डो ने अभिनय से दूरी बना ली। 1973 में उन्होंने आखिरी फिल्म के बाद कैमरे से हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। यह फैसला उनके प्रशंसकों के लिए चौंकाने वाला था, लेकिन इसके पीछे एक नया मकसद छिपा था।
पशु अधिकारों की मजबूत आवाज
अभिनय छोड़ने के बाद बार्डो ने अपना जीवन पशु कल्याण को समर्पित कर दिया। उन्होंने एक फाउंडेशन की स्थापना की और दुनियाभर में जानवरों के अधिकारों के लिए अभियान चलाए। सील शिकार से लेकर पशुओं पर अत्याचार के मुद्दों पर वह खुलकर बोलती रहीं। हालांकि, उनके कुछ राजनीतिक और सामाजिक बयान विवादों में भी रहे।
निजी जीवन और विरासत
ब्रिजिट बार्डो (Brigitte Bardot) का निजी जीवन भी हमेशा सुर्खियों में रहा। उन्होंने कई शादियां कीं और मशहूर कलाकारों के साथ उनके रिश्ते चर्चा का विषय बने। अपने पीछे वह एक बेटे और एक ऐसी विरासत छोड़ गई हैं, जिसने सिनेमा से आगे जाकर समाज और संस्कृति पर गहरी छाप छोड़ी। ब्रिजिट बार्डो (Brigitte Bardot) अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी छवि, उनका साहस और उनका प्रभाव आने वाली पीढ़ियों को लंबे समय तक प्रेरित करता रहेगा।