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घोष एक कला, जिसे निरन्तर अभ्यास से निखारा व संवारा जाता है : अरविंद

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ। वैशाख शुक्ल एकादशी विक्रम संवत् 2028, 1 मई 2023, दिन सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संत रविदास नगर लखनऊ पूरब भाग में घोष केन्द्र का शुभारंभ विज्ञान खंड के विज्ञानेश्वर महादेव मंदिर में किया गया।

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घोष केन्द्र का शुभांरभ भारत माता के चित्र व वाद्य यंत्रों पर पुष्पार्चन व दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर नगर में मंगाए गए नवीन वाद्य यंत्र जिसके अंतर्गत आनक , शंख, वंशी, झल्लरी, ट्रेंगिल, प्रणव, घोष दण्ड आदि अन्य वाद्यों का आए शिक्षार्थी स्वयंसेवकों को संक्षिप्त परिचय व अभ्यास कराया गया। अभ्यास के पश्चात घोष दल ने संचलन भी किया।

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इस अवसर पर प्रान्त के घोष शिक्षण प्रमुख अरविंद ने शंख, लखनऊ पूरब भाग के घोष शिक्षण प्रमुख मनीष ने वंशी व भाग कार्यवाह ज्योति प्रकाश ने आनक सिखाया। प्रान्त के घोष शिक्षण प्रमुख अरविंद ने कहा कि वादन एक कला है जो निरन्तर अभ्यास से होता है । भाग कार्यवाह ज्योति प्रकाश ने बताया कि हम विजयादशमी उत्सव पर घोष वादन ठीक प्रकार से करेंगे व 2024 के महा शिवरात्रि पर प्रत्येक नगर में घोष का प्रदर्शन होगा। उक्त घोष केन्द्र का निर्माण सह नगर संघचालक दिनेश व विज्ञान बस्ती के बस्ती प्रमुख रवीन्द्र के प्रयास तथा भाग कार्यवाह ज्योति प्रकाश के प्रेरणा से संभव हुआ है।

इस अवसर पर नगर कार्यवाह राजेश, नगर बौद्धिक शिक्षण प्रमुख डाक्टर सौरभ मालवीय, नगर व्यवस्था प्रमुख अखिलेश, अपार्टमेंट कार्य प्रमुख अम्बरीष व नगर व विज्ञान खंड के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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