लखनऊ। रामपुर (Rampur) से लखनऊ (Lucknow) जाते समय समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ विधायक आजम खान (Azam Khan) ने दावा किया कि मेरी जान को खतरा है। आजम खान (Azam Khan) ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि उन्हें एक इंस्पेक्टर जेल में धमकाया था। उन्होंने कहा कि यह कहना मुश्किल है कि उनकी यात्रा कहा की है।
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कहा कि जब एक इंस्पेक्टर जेल में धमकी दे सकता है, ‘अंडरग्राउंड हो जाओ, तुम्हारे खिलाफ कई मामले हैं, तुम्हारा एनकाउंटर भी हो सकता है’ तो यह कहना मुश्किल है कि मेरा सफर कहा कहा है, मैं खुद भी नहीं कह सकता। आजम खान (Azam Khan) ने कहा कि मुझे नाराजगी के बारे में जानकारी आपसे ही मिल रही है। मुझे कोई कारण समझ में नहीं आता। उन्होंने कहा कि नाराजगी का कोई ”आधार” होना चाहिए।
समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि उन्हें एक इंस्पेक्टर द्वारा जेल में धमकाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि यह कहना मुश्किल है कि उनकी यात्रा कहा की है। pic.twitter.com/ZlXmsSTnCa
— PardaphashNews (@PardaPhashNews) May 23, 2022
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उन्होंने कहा कि मैं बिना आधार का आदमी हूं, तो नाराजगी का आधार कहां से आएगा? मैं अब एक गरीब व्यक्ति हूं और एक गली में रहता हूं। मैं एक गरीब व्यक्ति हूं जो इतनी भीड़भाड़ वाली गली में रहता है कि एक चार व्हीलर भी इसमें प्रवेश कर सकता है। सपा शासन के दौरान पार्टी में जबरदस्त दबदबा रखने वाले खान को दर्जनों मामलों में 27 महीने न्यायिक हिरासत में बिताने के बाद शुक्रवार को सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के पहले सत्र की शुरुआत से एक दिन पहले रविवार को समाजवादी पार्टी के विधायकों की बैठक में शामिल नहीं हुए खान ने यह भी कहा कि मेरे लिए विधानसभा कोई नई जगह नहीं है। मैं इसमें 10वीं बार प्रवेश करूंगा। जाहिर तौर पर अखिलेश यादव सरकार के दौरान स्थापित जौहर विश्वविद्यालय का जिक्र करते हुए आजम खान ने खुद इसकी स्थापना में एक प्रमुख भूमिका निभाई, खान ने कहा कि अगर इस विश्वविद्यालय को गिरा दिया जाता है या इसके ऊपर बुलडोजर चला दिया जाता है, तो इसके धराशायी अवशेष खड़ी इमारत से ज्यादा इतिहास बयान करेंगे।