उत्तर प्रदेश सरकार ने 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाओं को बसों में मुफ्त सफर कराने का प्लान बनाया है। गौरतलब है कि एक बार फिर भाजपा ने यूपी में प्रचंड बहुमत की सरकार बना ली है। अब सरकार बुजुर्गों को सौग़ात देने के मूड में है। इसके पीछे लोकसभा में भी बेहतर करने की योजना हो सकती है।
पढ़ें :- 'इंडिया फॉर चिल्ड्रेन' को मिला प्रतिष्ठित 'द गोल्डन स्टार आइकॉन अवार्ड'
शासन की इस मंशा को धरातल पर लाने हेतु यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) ने सफर करने वाली इस आयु वर्ग की महिलाओं का सर्वे करने का निर्देश दिया है। क्षेत्रीय प्रबंधकों से रिपोर्ट मांगी गई है कि उनकी बसों में रोजाना कितने यात्री सफर करते हैं? उनमें सीनियर सिटीजन महिलाओं की संख्या कितनी होती है? क्षेत्रीय प्रबंधक सोमवार को यह रिपोर्ट मुख्यालय को भेजेंगे
आपको बता दें कि मुफ्त सफर कराने पर शासन से प्रतिपूर्ति हासिल करने का भी सुझाव तैयार किया है। इसके तहत बुजुर्ग महिलाओं को मुफ्त सफर कराने के एवज में प्रति माह 99 रुपये का भुगतान करने पर उस महीने में जितनी बार चाहे, बस सफर की सुविधा दी जा सकती है।
प्रबंध निदेशक, परिवहन निगम राजेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि प्रदेश में 60 साल से अधिक उम्र की महिलाओं की संख्या के लिए समाज कल्याण विभाग से पेंशनर्स का ब्योरा मंगाया गया है।
एसी बस की सुविधा देने की भी तैयारी
बुजुर्ग महिलाएं साधारण बस ही नहीं, एसी सेवा में भी मुफ्त सफर की सुविधा पाएंगी। यानी वे वॉल्वो, स्कैनिया, जनरथ, महिला स्पेशल पिंक स्पेशल, शताब्दी में सफर कर सकेंगी। साथ ही, सीनियर सिटीजन महिलाओं को बस अड्डे अन्य सहूलियतें दी जाएंगी।