लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ के अकबरनगर में हुई बुलडोजर की कार्रवाही पर सवाल उठाया है। उन्होंने इस कार्रवाई को लेकर यूपी सरकार को घेरा है। साथ ही कहा, अगर जांच हो तो सबसे ज्यादा अवैध कब्जा भाइजपाइयों को ही निकलेगा।
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दरअसल, राजधानी लखनऊ के अकबरनगर में आज जिला प्रशासन ने अवैध दुकानों और घरों पर बुलडोजर की कार्रवाई की। इस कार्रवाई का बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध भी किया। पुलिस ने विरोध करने वालों पर लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ दिया। वहीं, अब इस मामले मामले में सियासत भी शुरू हो गयी है।
अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर कहा, सरकारें घर बनाने के लिए होती है, घरों पर बुलडोज़र चलाने के लिए नहीं। किसी का घर उजाड़ने से पहले भाजपाइयों के घरों, कार्यालयों, दुकानों और व्यापारिक-व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की वैधता जांचकर देखें तो पता चलेगा, सबसे अधिक अवैध क़ब्ज़ा और निर्माण भाजपाइयों ने ही किया है। कह रहा अकबरनगर : नहीं चाहिए भाजपा!
सरकारें घर बनाने के लिए होती है, घरों पर बुलडोज़र चलाने के लिए नहीं। किसी का घर उजाड़ने से पहले भाजपाइयों के घरों, कार्यालयों, दुकानों और व्यापारिक-व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की वैधता जाँचकर देखें तो पता चलेगा, सबसे अधिक अवैध क़ब्ज़ा और निर्माण भाजपाइयों ने ही किया है।
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— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 21, 2023
बता दें कि, इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने अकबरपुर में दुकान व मकानों को ढहाने की कार्रवाई पर रोक लगाते हुए अगले चार सप्ताह तक यथास्थिति बहाल रखने का आदेश दिया। कोर्ट ने कहा वहां के निवासियों को दूसरी जगह पुनर्वासित किए जाने तक वहां से न हटाया जाए।
याचिकाओं में अकबरपुर में निवासियों को हटाने और उनकी दुकान व मकान ढहाने की एलडीए की कार्रवाई को चुनौती दी गई थी। मामले की अगली सुनवाई 22 जनवरी को होगी।