Guru Purnima 2023 : गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा
गुरु साक्षात परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नमः।।
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गुरु जीवन के रहस्यों को समझते है। जीवन जीने की कला समझते है। चजीवन में कठिन परिरूिथ्तियों का सामना करने का कौशल सिखाते है। सनातन धर्म में गुरु शिष्य परंपरा वैदिक काल से ही चली आ रही है। गुरुकुलों में शिष्य बचपन से जीवन धर्म को सीखने के लिए चले जाते थे और विदृया पूरी करके गुरु को गुरदक्षिण दने के बाद ही आश्रम से अपने परिवार में वापस लौटते थे। गुरू किसी भी व्यक्ति के जीवन में दीपक के समान ज्योति फैलाते है।आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima 2023) के रूप में मनाया जाता है।यह पवित्र दिन शिव – आदियोगी और उनके पहले शिष्यों, सप्तऋषियों, सात प्रसिद्ध ऋषियों तक योग विज्ञान के पहले प्रसारण का प्रतीक है। साल 2023 में गुरु पूर्णिमा 3 जुलाई 2023 (Guru Purnima 2023 Date) को मनाई जाएगी।
संत तुलसीदास जी ने श्री हनुमान चालीसा में लिखा है, “जै जै जै हनुमान गोसाईँ, कृपा करहु गुरुदेव की नाईँ” इसका मलतब है कि तुलसीदास जी ने रामचरितमानस और हनुमान चालीसा के प्रारंभ में ही गुरुदेव की पूजा की है।
गुरु बिनु भवनिधि तरइ न कोई।
जों बिरंचि संकर सम होई।।
अर्थात- भले ही कोई ब्रह्मा, शंकर के समान क्यों न हो, वह गुरु के बिना भव सागर पार नहीं कर सकता।
गुरु पूर्णिमा पर करें इन मंत्रों का जाप
ॐ गुरुभ्यों नम:
ॐ गुं गुरुभ्यो नम:
ॐ परमतत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नम:
ॐ वेदाहि गुरु देवाय विद्महे परम गुरुवे धीमहि तन्नौ: गुरु: प्रचोदयात्