जयपुर। इन दिनों पूरे देश बारिश का कहर दिख रहा है। मुबई से लेकर एमपी व राजस्थान में बारिश कहर बन कर बरस रही है। राजस्थान की बात करे तो यहां शुक्रवार की रात से भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बारिश ने राजस्थान के 23 जिलों में बारिश के कहर के हालात को देखते हुए राज्य के करीब एक दर्जन जिलों में आज स्कूल और कॉलेज बंद कर दिये गये हैं। कोटा, सवाई माधोपुर, बूंदी और बारा जिले में बरसात के कारण हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। बतादें कि राजस्थाना के कई जिलों में बाढ़ के हालात बन गये हैं। कोटा जिले के गांवों में बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना को लगया गया है। बूंदी जिले के केशोरायपाटन क्षेत्र में 212 मिमी बारिश दर्ज की गई।
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प्रदेश में भारी बारिश की चलते गांवों में फसलें डूब गईं और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। प्रशासन ने लोगों को स्कूलों और सामुदायिक भवनों में शरण दिया है। कोटा, बूंदी और सवाई माधोपुर में बाढ़ के हालात से निपटने के लिए सेना की टीमें लगातार काम कर रहीं हैं।
अधिकारियों के अनुसार, कोटा जिले में दो दिन से हो रही लगातार बारिश एवं अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन ने त्वरित गति से राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटे में कई जिलों में फिर से भारी बारिश हो सकती है। ऐसे में प्रशासन और आम जनता दोनों को सतर्क रहने की जरूरत है। जिला प्रशासन की मदद के लिए सेना स्टेशन कोटा से सेना की गांडीव डिवीजन की इन्फेंट्री रेजिमेंट के 80 जवानों की टीम दीगोद तहसील के निमोदा गांव पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश के सभी जिलों के डीएम और संबंधित सरकारी अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन सहित तैयार रहें।
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