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आपके कुंडली में है शनि दोष तो करे ये 11 आसान उपाय तुरंत होंगे शनि देव प्रसन्न

By प्रीति कुमारी 
Updated Date

कुंडली में शनि ख़राब हो तो कुछ भी अच्छा नहीं होने देगा चाहे वो घर परिवार हो कारोबार हो। शनि देव यदि प्रसन्न हो जायें तो जीवन में एक नई तरंग का आभास होता है। अधिकतर लोग शनि देव को बुरा मानते हैं। क्योंकि शनि देव की कृदृष्टि से कार्य में बाधाएं आती हैं। शनि न्याय के देवता हैं। वे सूर्य पुत्र एवं यमराज के भ्राता हैं। अपनी दशा साढ़ेसाती आदि में किए गए कर्म के भले या बुरे फल देते हैं। शनि महाराज की शांति या प्रसन्नता प्राप्त करने के लिए किए जाने वाले उपायों के अलावा निम्नलिखित उपाय करने से अपने दु:ख दूर किए जा सकते हैं। शनि देव यदि प्रसन्न हो जायें तो जीवन में एक नई तरंग का आभास होता है।

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काली गाय की सेवा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं. काली गाय के सिर पर रोली लगाकर सींगों में कलावा बांधकर धूप-आरती करें फिर परिक्रमा करके गाय को बून्दी के चार लड्डू खिला दें सूर्यास्त के बाद हनुमानजी का पूजन करें। पूजन में सिन्दूर, काली तिल का तेल, इस तेल का दीपक एवं नीले रंग के फूल का प्रयोग करें । सुबह प्रातः काल उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर कुश के आसन पर बैठ जाएं। सामने शनिदेव की मूर्ति या चित्र स्थापित करें व उसकी पंचोपचार से विधिवत पूजन करें। शनिदेव से सुख-संपत्ति के लिए प्रार्थना करें।

शनि देव को प्रसन्न के 11 सरल उपाय

(1) पानी वाले 11 नारियल, काली-सफेद तिल्ली 400-400 ग्राम, 8 मुट्ठी कोयला, 8 मुट्ठी जौ, 8 मुट्ठी काले चने, 9 कीलें काले नए कपड़े में बांधकर संध्या के पहले शुद्ध जल वाली नदी में अपने पर से 1-1 कर उतारकर शनिदेव की प्रार्थना कर पूर्व की ओर मुंह रखते हुए बहा दें।
(2) काले घोड़े की नाल अपने घर के दरवाजे के ऊपर स्थापित करें। मुंह ऊपर की ओर खुला रखें। दुकान या फैक्टरी के द्वार पर लगाएं तो खुला मुंह नीचे की ओर रखें। इन उपायों से आप अपने कष्ट दूर कर सकते हैं तथा शनि महाराज की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
(3) 800 ग्राम तिल तथा 800 ग्राम सरसों का तेल दान करें। काले कपड़े, नीलम का दान करें।
(4) हनुमान चालीसा पढ़ते हुए प्रत्येक चौपाई पर 1 परिक्रमा करें।
(5) कांसे के कटोरे को सरसों या तिल के तेल से भरकर उसमें अपना चेहरा देखकर दान करें।
(6) काले कुत्ते को तेल लगाकर रोटी खिलाएं।
(7) काली गाय, जिस पर कोई दूसरा निशान न हो, का पूजन कर 8 बूंदी के लड्डू खिलाकर उसकी परिक्रमा करें तथा उसकी पूंछ से अपने सिर को 8 बार झाड़ दें।
(8) काला सूरमा सुनसान स्थान में हाथभर गड्ढा खोदकर गाड़ दें।
(9) पीपल वृक्ष की परिक्रमा करें। समय प्रात:काल मीठा दूध वृक्ष की जड़ में चढ़ाएं तथा तेल का दीपक पश्चिम की ओर बत्ती कर लगाएं तथा ‘ॐ शं शनैश्चराय नम:’ मंत्र पढ़ते हुए 1-1 दाना मीठी नुक्ती का प्रत्येक परिक्रमा पर 1 मंत्र तथा 1 दाना चढ़ाएं। पश्चात शनि देवता से कृपा प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करें।
(10) काले घोड़े की नाल या नाव की कील का छल्ला बीच की अंगुली में धारण करें।
(11) बिच्छू, बूटी या शनि यंत्र धारण करें।
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