नई दिल्ली: आज हार्ट अटैक की समस्या आम होती जा रही है. हार्ट अटैक और दक्षिण भारतियों का गहरा संबंध नहीं है क्योंकि उन्हें यह बीमारी बहुत ही कम होती है. इस लिए सभी लोगों को उनका अनुकरण करना चाहिए.
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आपको बता दें, वैसे तो लोगों को विदेशी बातों का और उनके खान पान का कुछ ज्यादा ही आकर्षण रहता है. ऐसे में दक्षिण भारत को भी फ़ॉलो करना आसान है. क्योंकि कई विदेशी देश और दक्षिण भारत की एक बात बड़ी ही कॉमन है.
वो है कॉफ़ी पीना. जी हा, कॉफ़ी पीने से आप हार्ट अटैक आने से रोक सकते हो.
कॉफ़ी में ऐसा क्या है जो हार्ट अटैक को दूर रखता है?
देश विदेशों के डॉकटर ने किए संशोधन में मिले परिणामो से पता चला है कि कॉफ़ी सेहत के लिए बेहद ही लाभ कारक है.
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संशोधन में ये देखा गया है की जो 3 से 5 बार कॉफ़ी का सेवन करता है उसे कम उम्र में हार्ट अटैक नहीं आता है. और बड़ी उम्र में भी हार्ट अटैक आने के चान्स कम होते है. काफी में मौजूद क्याफिन एंटीऑक्सीडेंट का काम करती है. जो कई बीमारियों से बचाती है ख़ास करके हार्ट अटैक.
कॉफ़ी का अधिक सेवन कहा होता है?
पश्चिम देशों में तो कॉफ़ी का सेवन होता ही है और भारत में अधिक कॉफ़ी दक्षिण की ओर पी जाती है. यही कारन है कि दक्षिण भारत में काँफी का उत्पादन ज्यादा होता है. कर्नाटक 53%, केरल 28%, तमिळ नाडु 11% और आंध्र प्रदेश, ओरिसा, आसाम में कुछ प्रतिषत कॉफी का उत्पादन भारत में हो रहा है.
हेल्दी कॉफी किसे कहते है?
माना की कॉफी गुणकारी है, लेकिन इसे सही तरीके से ना बनाए तो यह नुकसान देय हो सकती है.
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बाजार में कई नामचीन ब्रांड है जिसे लोग अपने स्टेटस को देखते हुवे खरीदते है. कॉफ़ी का ब्रांड कोई भी हो, जब तक वो अच्छी ना हो तब तक वो सेहत के लिए बढ़िया नहीं है. कई बार बाजार में जो कॉफ़ी आम तौर पर उपलब्ध होती है उस पर केमिकल द्वारा प्रक्रिया की गई होती है. ताकि वो जल्द खराब न हो और आपको बेहतरीन स्वाद दे.
इस लिए कॉफ़ी खरीदते वक़्त ऑर्गेनिक ले.
अगर आपको दक्षिण भारत के कॉफ़ी का स्वाद चाहिए तो घर पर कॉफ़ी पावडर बना सकते है. बाजार से ऑर्गेनिक कॉफ़ी बिन्स लेकर उसे मध्यम आंच पर भुने. फिर उसका पावडर बनाके उसका इस्तमाल करे. कॉफ़ी बनाते वक़्त उसे उबले हुए पानी में कुछ मिनट रखे और बाद में पेपर फ़िल्टर से उसे कप में डाले.
याद रहे की कॉफ़ी में कम शक्कर हो और बिना दूध बनाई जाए तो वह अधिक गुणकारी बन सकती है. इस कॉफ़ी का स्वाद अधिक बढ़ाने के लिए पानी उबालते वक़्त दालचीनी को थोड़ी सी मात्रा में डाले. इससे ब्लड ग्लूकोज नियंत्रित होता है.
अच्छी क़्वालिटी की काँफी को सही तरीके से बना कर पीने से आप हार्ट अटैक से कोसो दूर रह सकते है, कम से कम हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी से सुरक्षित होकर आप अपना जीवन खुशहाली से व्यतीत कर सकते हो.