नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अपने देश में पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर शहबाज शरीफ की सरकार पर लगातार हमलावर रुख अपनाए हुए हैं। आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमतों में एक बार फिर से 30 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है, जिससे एक लीटर पेट्रोल की कीमत 209 रुपये हो गई है। इमरान खान ने बीते गुरुवार को कहा कि देश के नेता रूस से सस्ता तेल खरीदना नहीं चाहते क्योंकि वो अमेरिका से डरते हैं।
पढ़ें :- IND vs SA 4th T20I: भारत ने टॉस जीतकर किया बल्लेबाजी का फैसला; देखें प्लेइंग इलेवन
इमरान खान ने पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी के नेताओं को अमेरिका का गुलाम बताते हुए भारत की तारीफ की है। कहा कि जहां एक तरफ पाकिस्तान पेट्रोल की कीमतों में 30-30 रुपये की बढ़ोत्तरी कर रहा है, तो वहीं भारत ने तेल की कीमतों में 25 रुपये की कमी की है। ये एक गुलाम और आजाद देश के बीच के अंतर को दिखाता है।
खैबरपख्तूख्वा के बेशम में एक रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार रूस से सस्ता तेल खरीदना चाहती थी, लेकिन मौजूदा “आयातित सरकार” रूसी तेल खरीदने के प्रति अनिच्छा रखती है क्योंकि गुलाम नेताओं को अमेरिका का डर है।
इमरान ने की भारत की तारीफ
इमरान खान ने कहा कि ये लोग अमेरिका के गुलाम हैं। उन्होंने कहा कि मैं देश की असली आजादी के लिए मुहिम चला रहा हूं। देश को तैयार रहना चाहिए। इमरान खान ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान की सरकार तेल की कीमतों में आए दिन बढ़ोत्तरी कर रही है लेकिन भारत सरकार ने हाल ही में तेल की कीमतों में 25 रुपये की कमी की है। वो आगे बोले कि ये गुलाम और आजाद देश के निर्णय लेने की क्षमता में अंतर को दिखाता है।
पढ़ें :- 555वें प्रकाश पर्व पर श्री ननकाना साहिब जा रहे हिंदू श्रद्धालु की हत्या, लूटे साढ़े चार लाख रुपए
‘अमेरिका से डरता है शरीफ परिवार’
इमरान खान ने पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि शरीफ परिवार का सारा पैसा विदेशों में जमा है, इसलिए वे अमेरिका से डरते हैं। जो लोग जनता के विरोधी हैं, वे ही अमेरिका की गुलामी की नीतियां बनाएंगे। हमें इस सरकार पर भरोसा नहीं है और न ही देश को भरोसा है। इमरान खान ने इस रैली के बाद ट्विटर पर कई ट्वीट किए जिसमें उन्होंने लोगों से अपील कि जुम्मे की नमाज के बाद लोग महंगाई, तेल की कीमतों में भारी बढ़ोत्तरी को लेकर विदेशी मदद से बनी सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करें।
उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा कि जिन लोगों ने उनकी पीटीआई की सरकार के खिलाफ साजिश रची। उनके पास अर्थव्यवस्था को सुधारने की कोई योजना नहीं है। बल्कि वो बस अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को खत्म करने के लिए सत्ता में हैं।