आगरा। आगरा पुलिस ने सीटेट का प्रश्नपत्र परीक्षा लीक होने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो परीक्षा से दो घंटे पहले ही पेपर को लीक करा दिए थे। यही नहीं इसके एवज में परीक्षार्थियों से 50—50 हजार रुपये भी लिए गए थे। आगरा पुलिस ने इस मामले में कोचिंग संचालक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। एसएसपी बबलू कुमार के अनुसार, एक प्रयागराज के गिरोह के द्वारा आगरा के एक छात्र को प्रश्नपत्र व्हाटसएप्प के द्वारा दिया गया था।
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जिस छात्र को प्रश्नपत्र मिला उसका नाम मोहित यादव है। मोहित से होते हुए प्रश्नपत्र कुलदीप तक कुलदीप से हाते हुए थान सिंह तक पहुंची। थान ने इस प्रश्नपत्र को एक कोचिंग के संचालक विकास शर्मा को व्हाटसएप्प कर दिया। विकास ने इस प्रश्नपत्र के एवज में एक छात्र से 50 हजार रुपये की मांग कर व्हाटसएप्प ग्रुप में डाल दिया। आगरा में एपेक्स कोचिंग के नाम से इस कोचिंग की चार संस्थायें चलती है। विकास की गिरफ्तारी राजामंडी स्थित ब्रांच से हुई है।
इस मामले में प्रश्नपत्र का साल्वर को आगरा मंडल से गिरफ्तार किया गया था। महेंद्र सिंह निवासी उत्तर नगर सैलई, सती रोड, थाना रामगढ़, फिरोजाबाद हाल निवासी इटाव रोड, बेवर के रुप में इस मुन्नाभई की पहचान हुई थी। पुलिस से पूछताछ के दौरान इसने प्रश्नपत्र को साल्व करने का रेट अथवा अन्य बातों का खुलासा किया। इसमें शामिल बिचौलिया अक्षय और अभ्यर्थी राहुल को भी गिरफ्तार कर लिया है। सभी ने अपना जुर्म कुबूल किया है। पुलिस ब्रजेश सोलंकी की तलाश कर रही है। वहीं गैंग के सदस्यों के बारे में पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं।