नई दिल्ली: इंडियन नेवी की ताकत पहले से और अधिक बढ़ने जा रही है। स्कॉर्पिन पनडुब्बी INS करंज 10 मार्च को मुंबई में नेवी के बेड़े में शामिल किया जाएगा। इस पनडुब्बी को निर्माण मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड में किया गया है। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब मझगांव शिपयार्ड ने इंडियन नेवी को कोई पनडुब्बी सौंपी है।
पढ़ें :- कांग्रेस की तेलंगाना सरकार ने अडानी समूह के 100 करोड़ लौटाए, सीएम ने दी जानकारी
इससे पहले भी इस शिपयार्ड ने नेवी को खंडेरी, कलवरी स्कॉर्पिन पनडुब्बी प्रदान की हैं। भारत सरकार के साथ हुए समझौते के मुताबिक, इस शिपयार्ड में कुल 6 पनडुब्बियों का निर्माण किया जाना है। जिसमें से वेला और वजीर का ट्रायल चल रहा है, जबकि 6वीं पनडुब्बी का निर्माण कार्य जारी है। वहीं, INS करंज के ताकत की बात करे तो यह चंद सेकेंडों में अपने टारगेट को नष्ट करने की ताकत रखती है।
इससे सतह और पानी के भीतर से टॉरपीडों और टयूब लॉन्च एंटी शिप मिसाइलें दागी जा सकती हैं। इसके साथ ही यह पनडुब्बी एंटी सबमरीन वॉरफेयर, एंटी सरफेस वॉरफेयर, माइन लेइंग जैसे कई मिशनों को अंजाम देने की ताकत रखती है। इसके अलावा INS करंज में और भी ऐसी कई सुविधाएं दी गई हैं जो इसको आधुनिक बनाती हैं।