मुरादाबाद जिले के एसएसपी सतपाल अंतिल के सख्त तेवरों के चलते महानगर में आईपीएल सट्टेबाजी के काले धंधे में रोज नए से नए खुलासे हो रहे हैं। थाना सिविल लाइन अंतर्गत पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज के पास स्थित कौशल कपूर के फ्लैट पर इंस्पेक्टर सिविल लाइन मनीष सक्सेना ने छापा मारकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक बड़े आईपीएल सट्टेबाज गिरोह का खुलासा किया था।
मुरादाबाद। मुरादाबाद जिले के एसएसपी सतपाल अंतिल के सख्त तेवरों के चलते महानगर में आईपीएल सट्टेबाजी के काले धंधे में रोज नए से नए खुलासे हो रहे हैं। थाना सिविल लाइन अंतर्गत पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज के पास स्थित कौशल कपूर के फ्लैट पर इंस्पेक्टर सिविल लाइन मनीष सक्सेना ने छापा मारकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक बड़े आईपीएल सट्टेबाज गिरोह का खुलासा किया था।
मौके से सपा नेता सुशील चौधरी सुशील चौधरी उर्फ सुरेन्द्र, अभिनव, कौशल कपूर, विपुल, मनोज अरोरा, धर्मेन्द्र कुमार, रोहित गुप्ता, आकाश, हेमन्त कुमार, मो० शहजादे सलीम को गिरफ्तार किया था। साथ ही पुलिस ने पकड़े गए सट्टा माफियाओं के पास से दो लाइसेंसी रिवॉल्वर, भारी संख्या में कारतूस और दो गाड़ियां बरामद की थी। पुलिस को मौके से सट्टे से संबंधित हिसाब किताब में मोबाइल से अन्य और सट्टेबाजों के बारे में तमाम जानकारियां भी मिली थी।
विशाल डुडेजा मेरठ में तैनात इनकम टैक्स कमिश्नर का भाई है, जिसको पुलिस अभी तक नहीं कर सकी है गिरफ्तार
गिरफ्तार सट्टेबाजों ने बताया था, कि कमल दीप टण्डन, राजदीप टण्डन, मुकुल गोटेवाला, आशु सतोगी, विशाल डुडेजा, रचित रस्तोगी, सुमित उर्फ सारी सेती, टीटू उर्फ दीपक गगनेजा विक्की छावड़ा व कमल छावड़ा आईपीएल की शुरुआत से ही मुरादाबाद के सबसे बड़े बुकी हैं। इसके बाद पुलिस ने 20 आदमियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार नौ लोगों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया था। दो दिन बाद साहिल नाम के व्यक्ति को भी गौर ग्रेसियस सोसाइटी से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। साहिल ने बताया था कि गिरफ्तारी वाली जगह के बगल वाले फ्लैट में विशाल डुडेजा भी रुका हुआ था। इसके बाद पुलिस पहुंची थी, लेकिन तब तक विशाल डुडेजा वहां से फरार हो चुका था। विशाल डुडेजा मेरठ में तैनात इनकम टैक्स कमिश्नर का भाई है। जिसको पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इन सभी की जमानत अर्जी हाईकोर्ट तक से खारिज हो चुकी है।
उधर पुलिस जैसे-जैसे प्रकरण की जांच कर रही है। इनमें बैंकिट हॉल स्वामी से लेकर ज्वेलर्स व शोरूम मालिक तक शामिल हैं। पुलिस के हाथ जेल में बंद सफेदपोश सट्टेबाजों सहित फरार नए नए बने रहीसों तक के ऐसे तमाम फोटोग्राफ हाथ लगे हैं। फरार सट्टेबाजों के खिलाफ पुलिस कुर्की की कार्रवाई करने जा रही है। कर सब पर इनाम भी घोषित किया जा सकता है। इन सभी को संपतियों को जब्तीकरण की प्रक्रिया भी शुरू किए जाने की बात भी सामने आई है।
सट्टा खिलाने वाले गिरोहों के सदस्यों की संपत्तियों का ब्यौरा जुटा रही है पुलिस
मुरादाबाद शहर में ऑनलाइन और ऑफलाइन आईपीएल सट्टा खिलाने वाले गिरोहों के सदस्यों की संपत्तियों का ब्यौरा पुलिस ने जुटाना शुरू कर दिया है। पुलिस ने नगर निगम, तहसील और रजिस्ट्री दफ्तर में पत्र भेज कर संपत्तियों के बारे में जानकारी मांगी है। पुलिस का दावा है कि गिरोह में शामिल अमित नागपाल की संपत्ति का डाटा मिल गया है। इसके अनुसार अमित और उसके परिवार के सदस्यों ने 14 साल में 12 संपत्तियां खरीदी हैं। जिसकी कीमत करोड़ों में है। आईपीएल में सट्टा लगाने वाले गिरोह के 9 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जिसमें सुनील चौधरी, अभिनव ,कौशल कपूर, विपुल, मनोज अरोड़ा ,धर्मेंद्र कुमार, रोहित गुप्ता , हेमंत कुमार और मोहम्मद शहजादे को गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने अमित नागपाल, राजदीप टंडन ,कमलदीप टंडन, मुकुल गोटे वाला, आशुतोष रस्तोगी ,विशाल डूडेजा सुमित उर्फ सनी सेठी, टीटू उर्फ दीपक गगनेजा, विक्की छाबड़ा और कमल छाबड़ा के नाम शामिल किए थे।
पुलिस 10 आरोपियों को भेज चुकी है जेल, अभी है 12 आरोपियों की तलाश
पुलिस का दावा है यह लोग कई साल से आईपीएल मैचों में सट्टा लगवाने का काम कर रहे थे। दो दिन बाद पुलिस ने साहिल गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि दो अन्य आरोपी प्रवीण सिंह, बिन्नी का नाम केस में शामिल किया गया था। अब तक 22 आरोपियों में से पुलिस 10 को जेल भेज चुकी है। अभी 12 आरोपियों की तलाश है। पुलिस ने सट्टा गिरोह पर शिकंजा कसने के लिए उन पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई करने की तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस ने सभी आरोपियों की संपत्ति का ब्यौरा जुटना शुरू कर दिया है। सिविल लाइंस के दीनदयाल नगर निवासी अमित नागपाल 14 साल में 12 संपत्तियां अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर खरीदी हैं। इनमें मकान, जमीन, प्लाट और फैक्ट्री शामिल है। मनीष उर्फ मोना, सुमित उर्फ सनी सेठी व सचिन पहाड़ी सट्टे कारोबार में पिछले 12 से 14 साल से शामिल हैं। इन तक पुलिस की जांच नहीं पहुंच पाई है। यह समझ परे है कि एसएसपी मुरादाबाद जब पूरी जांच अपने करीबी लोगों से करा रहे हैं तो फिर ये पकड़ क्यूं में नहीं आए।
2011 में तीन, 2012 में एक ,2019 में एक, 2023 में तीन, 2024 में दो ,2025 में एक संपत्तियां खरीदी हैं। अमित नागपाल कंठ रोड पर पाइप फैक्ट्री भी है। एसपीएसएसपी सतपाल अंतिम का कहना है एक अन्य आरोपियों का संपत्ति का ब्यौरा जुटाया जा रहा है।
पुलिस लाख धरपकड़ के बाद आईपीएल और एमसीएक्स के मकड़ जाल में फंसकर लोग करोड़ों रुपए गवा रहे हैं। बार, होटल और एसी रूम में बैठकर पुलिस से बचकर आसानी से खेल को अंजाम दिया जा रहा है। रकम गवांने वाले और बदनामी के डर से कई कारोबारी तो अपनी जिंदगी खत्म कर चुके हैं। बड़ी-बड़ी कोठियों के अंदर हुए इन सुसाइड का सच पुलिस के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है।
आईपीएल और एमसीएक्स इस सट्टा लगाने और खेलने वाले लोग ज्यादातर आर्थिक रूप से मजबूत परिवार से जुड़े हुए हैं, जिस कारण यह लोग एक, दो हजार व पांच हजार नहीं लाखों का सट्टा खेलते हैं ,लाखों की संख्या कब करोड़ तक पहुंच जाती। इन्हें इसका अंदाजा भी नहीं होता। सट्टे के जाल में फंसकर लोग कर्जदार हो जाते हैं और परिवार व दोस्तों के बीच बदनामी के डर से आत्मघाती कदम उठा लेते हैं। कई साल पहले मझोला क्षेत्र के एक कारोबारी के बेटे ने अपने घर पर ही पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। परिवार की ओर इस मामले में कोई कार्रवाई करने से इनकार कर दिया था जिस कारण पुलिस ने फाइल बंद कर दी थी। सूत्रों का दावा है कि कारोबारी का बेटा बार में आईपीएल मैच में सट्टा लगाते हुए 10 लख रुपए हार गया था सट्टा खिलाने वाले उसे पर रकम देने का दबाव बना रहे थे।उसने कई लोगों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन मदद न मिलने पर आत्महत्या कर ली थी।
सिविल लाइन क्षेत्र में भी कारोबारी ने अपने घर में आत्महत्या कर ली थी। कारोबारी ने एमसीएक्स में करोड़ों रुपए गवां दिए थे। इस मामले में मुरादाबाद में तैनात एक आईपीएस अधिकारी ने जांच की थी, लेकिन उनका ट्रांसफर दूसरे जनपद में हो जाने के कारण जांच बीच में ही बंद कर दी गई थी। इसके अलावा कई लोग आईपीएल और एमसीसी में रकम कमाने के बाद अपनी जान गंवा दी।