ट्रंप की टैरिफ नीति से वैश्विक व्यापार जगत में चिंता के बादल उभर रहे है। विभिन्न् क्षेत्रों के व्यापार पर इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है।
US Tariff Policy : ट्रंप की टैरिफ नीति से वैश्विक व्यापार जगत में चिंता के बादल उभर रहे है।विभिन्न् क्षेत्रों के व्यापार पर इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है। खबरों के अनुसार, यूरोपीय फार्मास्युटिकल कंपनियां (European pharmaceutical companies)अब अमेरिकी बाजार में अपनी दवाओं पर संभावित टैरिफ़ की धमकी को लेकर चिंता में हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फार्मास्युटिकल उत्पादों (pharmaceutical products) पर उच्च टैरिफ लगाने की योजना का इशारा किया है, ताकि वैश्विक व्यापार व्यवस्था (global trade system) को फिर से व्यवस्थित किया जा सके और महत्वपूर्ण विनिर्माण उद्योगों को अमेरिका में लाया जा सके। इससे यूरोपीय कंपनियों ( European companies )पर गंभीर असर पड़ सकता है, जो अमेरिका को दवाओं के प्रमुख निर्यातक के रूप में देखती हैं।
फार्मास्युटिकल उत्पाद, जैसे ओज़ेम्पिक, कैंसर इलाज (cancer treatment), हृदय रोग की दवाइयाँ और फ्लू वैक्सीन, यूरोप से अमेरिका में भेजे जाते हैं। हालांकि इन दवाओं की कीमत अमेरिका में बहुत अधिक है, लेकिन यूरोपीय कंपनियां इसे बेचकर बड़ा मुनाफ़ा कमाती हैं। अगर अमेरिकी सरकार दवाओं पर टैरिफ ( Tariff on medicines )लगाती है, तो इससे यूरोपीय कंपनियों के लिए उत्पादन और आपूर्ति की व्यवस्था (arrangement of production and supply) में मुश्किलें पैदा हो सकती हैं। इस धमकी के बीच, कुछ यूरोपीय कंपनियां अपने उत्पादन को अमेरिका में स्थानांतरित करने की योजना बना रही हैं, जबकि अन्य कंपनियां मूल्य बढ़ाकर इन टैरिफ़ का असर कम करने की कोशिश कर सकती हैं। इस बीच, कंपनियां यूरोपीय बाजार ( Companies European Market ) में भी अपने उत्पादों की कीमतें बढ़ाने पर विचार कर सकती हैं।