नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी (Congress Party) ने शुक्रवार को दिल्ली बढ़ते वायु प्रदूषण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) को घेरा है। पार्टी ने आपात बैठक बुलाने और प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा करने का आग्रह किया। कांग्रेस कार्य समिति (CWC) के सदस्य पवन खेड़ा ने कहा कि चाहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) हों या मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal)। एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने के बजाए उन्हें वायु प्रदूषण पर एक आपातकालीन बैठक बुलानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस पर अंकुश लगाने के लिए कुछ जरूरी कदम तुरंत उठाए जाने चाहिए। हमने वो दौर देखा है जब सफेद शर्ट के कॉलर एक घंटे में काले हो जाते थे। तब शीला दीक्षित मुख्यमंत्री (Sheila Dikshit Chief Minister) थीं और प्रभावी कदम उठाए गए थे। और सभी विपक्षी दलों ने उनका समर्थन किया था।
पढ़ें :- सुप्रीम कोर्ट का निजी संपत्तियों के अधिग्रहण को लेकर बड़ा फैसला, कहा- सरकार इन्हें नहीं ले सकती
एनसीआर बन चुका है गैस चैंबर
दिल्ली समेत पूरा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) प्रदूषण के कारण गैस चैंबर में तब्दील हो गया है। हालात संभालने के लिए दिल्ली और नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में भी ग्रेप-3 लागू कर दिया गया है। आंशका जताई जा रही है दिल्ली, नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में लॉकडाउन जैसे हालात बनने गए हैं। गाजियाबाद के लोनी इलाके में हालात बद से बदतर बने हुए हैं। उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (Uttar Pradesh Pollution Control Board) के आंकड़ों के मुताबिक एक्यूआई यहां 492 पहुंच गया है। ग्रेटर नोएडा में भी यही हाल है। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क 3 में भी उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (Uttar Pradesh Pollution Control Board) के आंकड़ों के मुताबिक, एक्यूआई 493 पहुंच गया है। अगर पूरे ग्रेटर नोएडा के आंकड़े की बात करें तो एक्यूआई 485 पर पहुंचा हुआ है। गाजियाबाद में ओवरऑल आंकड़ा 418 बना हुआ है।
नोएडा और गुरुग्राम में तो दिल्ली से खराब हालात: AAP नेता सौरभ भारद्वाज
दिल्ली वायु प्रदूषण (Air Pollution) पर AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद में जितने हालात खराब हैं उतने तो दिल्ली में भी नहीं हैं। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Arvind Kejriwal) और भाजपा की सरकार है, हरियाणा में भाजपा की मनोहर लाल खट्टर जी की सरकार है। दिल्ली में पिछले कई सालों से डीजल जनरेटर बैन हैं। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम में अभी भी डीजल जनरेटर चल रहे हैं। दिल्ली में सीएनजी बसें हैं और अब ई-बस आ गई है। क्या उत्तर प्रदेश और हरियाणा ई बस आ गई? राज्य और केंद्र सरकार मिल कर काम करेंगे तभी प्रदूषण कम हो सकता है।