लखनऊ। यूपी (UP) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क (Janeshwar Mishra Park) में सोमवार सुबह मॉर्निंग वॉक पर आए एक आईपीएस (IPS) अफसर पर युवती ने छेड़खानी का आरोप लगाया है। युवती के साथ मौजूद युवकों की आईपीएस से नोकझोक होने लगी। तभी दर्जनों लोग इकट्ठा हो गए। युवती ने कहा कि इससे पहले आईपीएस (IPS) सिर्फ उसका पीछा करते थे, लेकिन आज तो हद ही हो गई। उन्होंने उसके साथ छेड़खानी की। जब उसने शिकायत दर्ज कराने की बात कही तो साथ मौजूद पुलिस वाले मामला दबाने में जुट गए।
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युवती ने कहा कि जब वहां मौजूद लोगों ने आईपीएस (IPS) की इस हरकत का विरोध किया तो उन्होंने लोगों से जमकर बहसबाजी की। अपनी पोस्ट की धौंस दिखाते हुए कहा कि तुम लोग जानते नहीं हो कि मैं कौन हूं? जानकारी के मुताबिक, जिन आईपीएस (IPS) पर छेड़खानी का आरोप लगा है, वह प्रमोटी हैं। अभी फिलहाल उन पर लखनऊ पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है। जबकि युवती मामला दर्ज करने को कह रही है।
हंगामा के चंद मिनट बाद पुलिसकर्मी भी पहुंच गए। अफसर ने युवती से कहा कि शायद कोई गलतफहमी हो गई है। पुलिसकर्मियों ने भी युवती से बातचीत की। करीब आधे घंटे बाद मामला शांत हुआ। कमिश्नरेट पुलिस के अफसरों ने ऐसे किसी भी मामले की जानकारी होने से इनकार किया है। सूत्रों के मुताबिक विभागीय मामला होने की वजह से दबाया गया। युवती को भी समझाया गया। जिससे वह कोई शिकायत दर्ज न कराए।
UP के एक IPS अफसर पर कल सुबह जनेश्वर मिश्र पार्क, लखनऊ में युवती से छेड़खानी तथा विभाग/सरकार द्वारा मामले को दबाने के आरोप@azadadhikarsenaद्वारा जाँच और कार्यवाही की मांग@UPGovt@Uppolice@lkopolice@LkoCp@IPS_Association#IPS #AAS #azadadhikarsena pic.twitter.com/ZQ6xeZYphq
— Amitabh Thakur (Azad Adhikar Sena) (@Amitabhthakur) July 18, 2023
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अब इस मामले में राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिकार सेना अमिताभ ठाकुर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे पत्र में लिखा है कि विश्वसनीय सूत्रों तथा मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते सोमवार 17 जुलाई को जनेश्वर मिश्र पार्क गोमती नगर विस्तार लखनऊ में सुबह मॉर्निंग वॉक पर आए एक आईपीएस अफसर ने पार्क में वॉक के लिए आई एक युवती के साथ छेड़छाड़ की। बताया जा रहा है कि आईपीएस अफसर पिछले कई दिनों से उस युवत का अनावश्यक पीछा कर रहे थे और उनके साथ छेड़खानी कर रहे थे। सोमवार को उस आईपीएस अफसर ने एक बार पुनः उस युवती के साथ छेड़छाड़ की जिसके बाद उस युवती ने उसका विरोध किया जिस कारण मौके पर हंगामा हो गया। जानकारी अनुसार हंगामे के बाद स्थानीय पुलिस भी आई तथा मामला गोमती नगर विस्तार थाने तक गया।
अमिताभ ठाकुर ने पत्र में लिखा है कि जानकारी के अनुसार आईपीएस अफसर मौजूदा समय में एसटीएस में तैनात बताए जाते हैं। यह भी बताया गया है कि इस मामले को रफा-दफा करने तथा यह सुनिश्चित करने के लिए कि मामले में कोई मुकदमा दर्ज ना हो, उनके एक विभागीय अफसर भी थाना गोमती नगर विस्तार गए थे, जहां वे काफी देर तक बैठे रहे तथा उस युवती और उसके परिवार वालों पर गंभीर दबाव पड़ने के कारण डर के मारे युवती का परिवार पीछे हो गया और मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं किया गया।
निश्चित रूप से उपरोक्त समस्त तथ्य अत्यंत ही गंभीर और आपत्तिजनक हैं। एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर द्वारा इस प्रकार सार्वजनिक रूप से किसी युवती के साथ छेड़छाड़ करने और उसके बाद विभाग द्वारा इस प्रकार के मामले को दबाए जाने का आरोप अत्यंत ही गंभीर मामला है।
मुझे उस आईपीएस अफसर का नाम बताया गया है, जिसे मैं अभी सार्वजनिक नहीं कर रहा हूं किंतु मैं निश्चि रूप से जांचकर्ता अधिकारी को उनका नाम तथा मेरे पास उपलब्ध तथ्य प्रस्तुत करूंगा।
तदनुसार आपसे अनुरोध है कि कृपया इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी से इस मामले की जांच कराते हुए मामले के सही पाए जाने पर एफ आई आर दर्ज किया जाना और संबंधित अफसर के खिलाफ कठोर विभागीय कार्रवाई कराया जाना सुनिश्चित करें। यह भी अनुरोध करूंगा कि जांच करने के पूर्व यह सुनिश्चित किया जाए कि युवती और उनके परिवार पर कोई दवाब ना हो और वे भयमुक्त होकर अपनी बात जांचकर्ता अधिकारी के समक्ष कह सकें।
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