लखनऊ। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में सीएमओ के ट्रांसफर में बड़ा सिंडिकेट काम कर रहा है। ये सिंडिकेट सीएमओ की ट्रांसफर-पोस्टिंग मे अहम भूमिका निभा रहा है। उत्तर प्रदेश में होने वाले सीएमओ के ट्रांसफर इनके ही इशारों पर होते हैं। ऐसा लगता है कि, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री से लेकर अधिकारी तक भी इन्हीं का साथ देते हैं। उत्तर प्रदेश में आज हुए 6 सीएमओ के ट्रांसफर में NRHM के आरोपी मुकेश और अंकित का जलवा देखने को मिला है। पर्दाफाश ने तीन सितंबर को बताया था कि, इनके ही इशारों पर सीएमओ के ट्रांसफर होने जा रहे हैं और वही हुआ जो जो ये चाहते थे।
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कहा जा रहा है कि, ट्रांसफर पोस्टिंग से लेकर बजट भी मुकेश और अंकित के आधार पर निर्धारित करते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि, क्या प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थसेन सारथी शर्मा इनके ही इशारों पर चल रहे हैं। सवाल ये भी है कि, क्या ये सरकार को बदनाम करने के लिए कुछ अधिकारी ऐसा कर रहे हैं? या फिर स्वास्थ्य मंत्री भी इस साजिश में अहम भूमिका निभा रहे हैं, जो मुकेश के सिंडिकेट को जानते हुए भी खामोश हैं?
अब अंकित को आगे करके मुकेश कर रहा काम
सूत्रों की माने तो NRHM के आरोपी मुकेश श्रीवास्तव बसपा सरकार से ही अपना सिंडिकेट स्वास्थ्य विभाग में बनाए हुए है। सपा का नेता होते हुए भी योगी सरकार में अपना सिक्का चला रहा है।हालांकि, कई जांच के बाद उसने अपने सहयोगी अंकित की कंपनियों को आगे कर दिया है और उसकी कंपनियों पर बड़े काम कर रहा है।
दो सीएमओ का नाम आखिरी समय बदला
सूत्रों की माने तो पर्दाफाश न्यूज ने 6 सीएमओ के होने वाले ट्रांसफर की लिस्ट को पहले ही उजागर कर दिया था, जो मुकेश और अंकित के इशारों पर हो रही थी। इसके बाद आखिरी समय मथुरा और रामपुर के सीएमओ के नाम बदले गए हैं। चर्चा ये भी है कि, इसके पीछे भी बड़ी डील हुई है।