Israel Hamas Conflict: आतंकी संगठन हमास (Terrorist Organization Hamas) और इजरायल (Israel) के बीच संघर्ष अभी तक करीब 1600 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी बीच पूरी दुनिया दो गुटों में बंटती नजर आ रही है। एकतरफ जहां अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस समेत कई देश इजरायल के समर्थन में खड़े हो गए और उन्होंने एक संयुक्त बयान जारी कर हमास के हमलों की निंदा की है। दूसरी तरफ पश्चिमी एशिया के इस्लामिक देश फलस्तीन के समर्थन में साथ खड़े हैं।
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इजरायल पर आतंकी संगठन हमास के हमले पर व्हाइट हाउस (The White House) की ओर से कहा गया है कि आज हम यानी फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों, जर्मनी के चांसलर स्कोल्ज, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अपना समर्थन इस्राइल के लिए व्यक्त करते हैं। बयान में आगे कहा गया है कि हम स्पष्ट करते हैं कि हमास की आतंकवादी कार्रवाइयों का कोई औचित्य नहीं है, कोई वैधता नहीं है और सार्वभौमिक रूप से निंदा की जानी चाहिए। आतंकवाद को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता।
बता दें कि आतंकी संगठन हमास की ओर से शनिवार को इजरायल पर 5 हजार से रॉकेट दागे थे और घुसपैठ की कोशिश की। जिसके बाद इजरायल ने फिलिस्तीन के खिलाफ जंग ऐलान कर दिया है। जिसमें पश्चिमी देशों ने हमास के हमले को लेकर इजरायल का समर्थन किया है, जबकि पश्चिमी एशिया के इस्लामिक देश फिलिस्तीन के समर्थन में साथ खड़े नजर आ रहे हैं।
इस संघर्ष में इजरायल में अब तक करीब 900 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, इजरायल की ओर से गाजा पट्टी पर किए गए पलटवार में 690 मौतों की खबर है। इस बीच हमास ने धमकी दी है कि अगर गाजा पट्टी पर हमले नहीं रुकते हैं तो वह इजरायल बंधकों की हत्या कर देगा।