Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. Jagannath Rath Yatra 2022 Date : सुंदर रथों पर सवार  होकर भगवान जगन्नाथ गुंडिचा मंदिर जाते हैं, ये है पवित्र रथयात्रा का पूरा कार्यक्रम

Jagannath Rath Yatra 2022 Date : सुंदर रथों पर सवार  होकर भगवान जगन्नाथ गुंडिचा मंदिर जाते हैं, ये है पवित्र रथयात्रा का पूरा कार्यक्रम

By अनूप कुमार 
Updated Date

Jagannath Rath Yatra 2022 Date : सनातन धर्म में जन जन ह्रदय में वास करने वाले   भगवान जगन्नाथ को विष्णु भगवान का अवतार माना जाता है। श्रद्धालुओं में भगवान जगन्नाथ के प्रति बहुत गहरी आस्था है। भारत के ओडिशा राज्य के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर में भक्त गण भगवान के दर्शन पूजन के लिए वर्ष भर आते रहते है। पुरी में जगन्नाथ मंदिर से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का आयोजन प्रति वर्ष होता है।

पढ़ें :- Ravi Pradosh vrat 2024 shubh muhurat : रवि प्रदोष व्रत में करें श्री महेश्वराय नम: का जप , जानें तिथि और पूजन विधि

आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को ओडिशा के पुरी में विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली जाती है। इस साल यह यात्रा 1 जुलाई 2022, शुक्रवार को निकाली जाएगी। भगवान जगन्‍नाथ, अपनी बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ 3 अलौकिक सुंदर रथों में सवार होकर अपनी मौसी के घर गुंडिचा मंदिर जाते हैं और फिर 7 दिन तक वहीं विश्राम करते हैं। आइये जानते है पवित्र रथयात्रा का पूरा कार्यक्रम समयानुसार।

जगन्‍नाथ रथ यात्रा 2022 कार्यक्रम
01 जुलाई 2022 :  जगन्‍नाथ मंदिर से रथ यात्रा शुरू होगी और गुंडिचा मौसी के घर गुंडिचा मंदिर की ओर प्रस्‍थान करेगी। इसके बाद भगवान जगन्‍नाथ 7 दिन तक यहीं विश्राम करेंगे।

08 जुलाई 2022 : को भगवान जगन्नाथ संध्या दर्शन देंगे। मान्‍यता है कि इस दिन भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने से 10 साल तक श्रीहरि की पूजा करने जितना पुण्य मिलता है।

09 जुलाई 2022 : बहुदा यात्रा निकलेगी। इसमें भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ घर वापसी करेंगे।

पढ़ें :- Ganga Saptami 2024 : गंगा सप्तमी पर दीपदान का विधान है, गंगा में डुबकी और दान से होती है मनोकामना पूर्ण

10 जुलाई 2022 :  सुनाबेसा होगा। यानी कि जगन्नाथ मंदिर लौटने के बाद भगवान अपने भाई-बहन के साथ फिर से शाही रूप लेंगे।

11 जुलाई 2022 :  आधर पना होता है। यानी कि रथ यात्रा के तीनों रथों पर दूध, पनीर, चीनी और मेवा से बना एक विशेष पेय चढ़ाया जाता है।

Advertisement