नई दिल्लीः न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित ने शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में राष्ट्रपति भवन में भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। वह भारत के 49वें प्रधान न्यायाधीश हैं। अब जस्टिस यूयू ललित भारत के नए सीजेआई बने और उनका कार्यकाल 8 नवंबर 2022 तक होगा।
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बताया जा रहा है कि जस्टिस ललित को 2014 में सुप्रीम कोर्ट का जस्टिस बनाया गया था।
कौन हैं जस्टिस यूयू ललित?
बताया जाता है कि जस्टिस यूयू ललित का जन्म महाराष्ट्र के सोलापुर में 9 नवंबर 1957 को हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई सोलापुर से कि है। वह अपनी वकालत कि पढाई सोलापुर के लॉ कॉलेज से की है। इसके बाद 1983 में एक वकील के रूप में अपना पंजीकरण कराया और दिसंबर 1985 तक बॉम्बे हाईकोर्ट में वकालत की थी। जनवरी 1986 में वे दिल्ली आकर वकालत करने लगे और अप्रैल 2004 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा उन्हें एक वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया।
जस्टिस यूयू ललित सीबीआई में भी काम कर चुक हैं। लगातार दो कार्यकाल तक वह सुप्रीम कोर्ट की कानूनी सेवा समिति के सदस्य भी रह चुके हैं।