नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के बारे में कुछ दिन पहले गूगल के एआई टूल (AI Tools)से एक सवाल पूछा गया था। जिसके बाद टूल ने जो जवाब दिया उस पर काफी हंगामा हुआ। गूगल (Google) को भारत सरकार की ओर से नोटिस भी भेजा गया। उसके बाद गूगल (Google) ने अपने टूल को कुछ दिनों के लिए बंद किया था।
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हाल ही में मेटा ने अपने एआई टूल Meta AI का सपोर्ट व्हाट्सएप, फेसबुक और मैसेंजर के लिए जारी किया है, लेकिन मेटा ने गूगल से सबक ले ली है और पहले से ही अलर्ट है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि Meta AI भारत में होने वाले लोकसभा चुनाव से जुड़े सवालों के जवाब नहीं दे रहा है। Meta AI ने देश के नेताओं, राजनीतिक पार्टियों के बारे में जवाब देने से मना कर दिया है।
गैजेट360 की एक रिपोर्ट के मुताबिक किसी राजनेता और राजनीतिक पार्टी से जुड़े सवाल पूछने पर Meta AI यूजर्स को https://elections24.eci.gov.in पर रिडायरेक्ट कर रहा है जो कि चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट है।
आपको याद दिला दें कि मेटा और गूगल जैसी कंपनियों ने चुनाव में गलत सूचना को रोकने के लिए एक अलग कमिटी बनाई है जिसका काम फेक न्यूज को रोकना है। इसे लेकर सरकार के साथ इन कंपनियों की बैठक भी हुई है।
मेटा के अलावा Google Gemini ने भी चुनाव से जुड़े मुद्दों पर जवाब देने से मना कर दिया। गूगल जेमिनी (Google Gemini) ने कहा कि फिलहाल वह खुद सीख रहा है कि किसी सवाल के जवाब कैसे दें। वहीं Microsoft Copilot ने कहा कि वह भविष्य से जुड़े सवालों के जवाब नहीं दे सकता है।