लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रेलवे ट्रैक पर लोहे का दरवाजा रखने वाले तीनों युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए तीनों युवकों से पूछताछ में पुलिस ने दावा किया कि ट्रेन पलटाने की कोशिश जैसा कोई इरादा इन लोगो में नजर नहीं आया। तीनों ने पुलिस को बताया कि निर्माणधीन मकान से दरवाजा उखाड़कर बेचने के इरादे से लेकर जा रहे थे।
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रेलवे ट्रैक पार करते वक्त ट्रेन के हार्न की आवाज सुनकर दरवाजा ट्रैक पर ही छोड़कर भाग गए। ट्रेन से दरवाजा टकराया और उसकी तेज आवाज सुनने के बाद तीनों वापस भी नहीं आए। इंस्पेक्टर सुशांत ोल्प सिटी अंजनी मिश्रा के अनुसार बुधवार को लखनऊ सुल्तानपुर रुट पर रहीमाबाद के कैथुलिया गांव के बाद बक्कास से उतरेठिया स्टेशन के बीच ट्रैक पर दरवाजा रखा मिला था।
मुकदमा दर्ज करने के साथ सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। इसकी मदद से चौधरीखेड़ा निवासी चेतराम रावत, गुलाबचंद्र और लवकुश रावतको गिरफ्तार किया गया आरोपितों ने बताया कि नशे की लत पूरी करने के लिए वह निर्माणाधीन मकान से लोहे का दरवाजा उखाड़ कर लाए थे। इसे काटने की नियत से ले जा रहे थे।ट्रैक पार करते समय मालगाड़ी ने हार्न दिया। इसके बाद आरोपित दरवाजा ट्रैक पर ही छोड़ कर भाग गए थे।
बुधवार की तड़के सवेरे करीब 3 बजकर 42 मिनट पर बक्कास उतरेटिया स्टेशन के बीच एक मालगाड़ी पटरी पर रखे लोहे के दरवाजे को रौंदते हुए पार हो गई। इंजन से गेट टकराने के बाद तेज आवाज से लोको पायलट को घटना की जानकारी हुई। मालगाड़ी के ड्राईवर ने स्टेशन मास्टर को सूचना दी तो रेलवे स्टेशन अधिकारी हरकत में आए। रात में ही सीनियर सेक्शन इंजीनियर मौके पर पहुंचे। पेंडाल क्लिप ठीक कराई। सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने मुकदमा दर्ज कराया था।