मध्य प्रदेश सरकार महिलाओं को लेकर न जाने कितनी योजनाएं चला रही है। महिला सुरक्षा, हक और अधिकार और लाडली बहना योजना के लाख दावें करने वाली एमपी सरकार में खाकी वर्दी पहने महिला कॉस्टेबल महिला का किस तरह सम्मान और सुरक्षा कर रही है। इसका जीता जागता वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में महिला कॉस्टेबल महिला के बाल घसीटते हुए पीटते दिखाई दे रहे हैं।
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बाल पकड़कर घसीटते हुए 'लाडली बहना' का सम्मान कर रही है मध्य प्रदेश पुलिस
बाबा हों या मामा चाहे भाजपा का कोई और मुख्यमंत्री। सबमें होड़ लगी रहती है कि गरीबों-कमजोरों पर ज्यादे जुल्म कौन करेगा? pic.twitter.com/SqBbXoMP84
— UP Congress (@INCUttarPradesh) August 17, 2023
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उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने यह वीडियो सोशल मीडिया में शेयर करके मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने वीडियो ट्वीट करके लिखा है कि –
बाल पकड़कर घसीटते हुए ‘लाडली बहना’ का सम्मान कर रही है मध्य प्रदेश पुलिस
बाबा हों या मामा चाहे भाजपा का कोई और मुख्यमंत्री। सबमें होड़ लगी रहती है कि गरीबों-कमजोरों पर ज्यादे जुल्म कौन करेगा?
वायरल वीडियो में साफ नजर आ रहा कि कटनी पुलिस महिला के बाल पकड़ कर उसे घसीट रही है और पीट रही है। उस पर कार्रवाई करते हुए जेल में डाल दिया गया है। ये मामला डेढ़ महिने पुराना बताया जा रहा है। वीडियो अब वायरल हो रहा है। इस वीडियो को कांग्रेस के कई नेताओं ने शेयर किया है।
छैना बाई की जमीन पर 132 केवी का इलेक्ट्रिक टावर लगाना चाहती थी…
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दरअसल, पावर ट्रांसमिशन कंपनी कौड़िया की रहने वाली छैना बाई की जमीन पर 132 केवी का इलेक्ट्रिक टावर लगाना चाहती थी, लेकिन लगातार महिला के विरोध करने पर जिला प्रशासन सहित तीन थानों की पुलिस बल स्लिमानाबाद के ग्राम कौड़िया पहुंची थी।
इस बीच महिला और उसके परिवार द्वारा जिला प्रशासन का विरोध किया, लेकिन पुलिस बल ने इसका जवाब महिला के बाल पकड़कर घसीटकर और उसके घरवालों के साथ पिटाई करके दिया।
विरोध करने पर बर्बरतापूर्वक पिटाई की..
यह वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। पीड़िता ने मीडिया को बताया कि उसकी जमीन का मुआवजा दिए बिना ही उसमें टावर लगाया जा रहा था। विरोध करने पर बर्बरतापूर्वक पिटाई की।
दोषियों के के खिलाफ शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं…
इतना ही नहीं मेरे और घरवालों के विरोध में धारा 151 के तहत जेल भी भेजा गया। हालंकि अब जिला प्रशासन ने हमें पांच लाख का मुआवजा देने की बात कही है। मगर बेवजह हमारे साथ मारपीट कर जेल भेजकर जिला प्रशासन ने गलत किया है। मामले में दोषियों के के खिलाफ शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
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वहीं पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन ने मीडिया को बताया कि ग्रामीण महिला के साथ महिला पुलिस स्टाफ ने मारपीट की है। उनमें तात्कालिन बोहरीबंद थाना प्रभारी का अन्य किसी जिले में ट्रांसफर हो गया है।