कोलकाता। पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) मंगलवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। एक कार्यक्रम के दौरान ममता ने केंद्र पर आरोप लगाया कि वह विभिन्न योजनाओं का पैसा राज्य सरकार को नहीं दे रही है। टीएमसी प्रमुख (TMC Chief) ने इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि मैं गई और प्रधानमंत्री से मुलाकात की, अब क्या बाकी रह गया है? क्या अब मैं उनके पैरों में गिर जाऊं?
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राज्यों का बकाया चुकाएं या तो छोड़ दें सत्ता
ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) आदिवासी बहुल झारग्राम जिले (Jhargram District) में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र को या तो राज्यों का बकाया चुकाना चाहिए या सत्ता छोड़ देनी चाहिए। ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र ने राज्य का बकाया नहीं चुकाया तो उसे (पश्चिम बंगाल) वस्तु एवं सेवा कर (GST) का भुगतान रोकना पड़ सकता है। मुख्यमंत्री ने केंद्र पर मनरेगा की राशि जारी नहीं करने का आरोप लगाते हुए आदिवासियों से इसका विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अपने वित्तीय बकाया के भुगतान के लिए क्या हमे केंद्र के सामने भीख मांगनी पड़ेगी। वे मनरेगा का कोष जारी नहीं कर रहे हैं। अगर भाजपा सरकार हमारे बकाया का भुगतान नहीं करती तो उसे सत्ता छोड़नी होगी।
ममता ने की आदिवासियों को रिझाने की कोशिश
ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के आदिवासी बहुल इलाके में रैली को उनके द्वारा आदिवासियों को रिझाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पहले उन्होंने अपनी सरकार के मंत्री अखिल गिरी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) पर की गई टिप्पणी को लेकर माफी मांगी थी। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में आदिवासी जनसंख्या कुछ इलाकों में प्रभाव रखती है। ऐसे में ममता इस वोट बैंक से हाथ नहीं धोना चाहती हैं। यही वजह है कि वह लगातार डैमेज कंट्रोल (Damage Control) में लगी हुई दिखाई दे रही हैं।