Manipur Violence: मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर विपक्षी पार्टियां लगातार केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार को घेर रही हैं। बीजेपी की तरफ से भी पलटवार कर पश्चिम बंगाल, राजस्थान और बिहार में महिला अपराध को लेकर सरकार पर हमला बोला जा रहा है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि, मणिपुर सरकार नाकाम हो गई है। बीजेपी के दूसरे राज्यों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के आरोपों पर भी जवाब दिया और कहा कि इसकी तुलना मणिपुर से कैसे की जा सकती है।
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पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने ट्वीट कर लिखा, चलिए मान लेते हैं कि बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुईं। ये मणिपुर में लगातार जारी क्रूर हिंसा को कैसे माफ करता है? कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि क्या घाटी में कोई कुकी बचा है? क्या चुराचांदपुर और मणिपुर के अन्य पहाड़ी जिलों में कोई मेइती बचा है? यदि रिपोर्ट सच है, मणिपुर में जातीय सफाया लगभग पूरा हो चुकी है।
Let's admit that there were incidents of violence against women in Bihar, West Bengal and Rajasthan
How does that excuse the continuing and relentless violence in Manipur?
Are there any Kukis left in the valley? Are there any Meiteis left in Churachandpur and other hill…
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— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) July 23, 2023
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन पर, मणिपुर में संवैधानिक सरकार का पतन हो गया है। मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों की हुकूमत उनके घरों और दफ्तरों से आगे नहीं चलती। मणिपुर की स्थिति की तुलना बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान की स्थिति से कैसे की जा सकती है? केंद्र सरकार न केवल अक्षम और पक्षपातपूर्ण रही है, बल्कि जब वह घृणित तुलनाओं के पर्दे के पीछे छिपती है तो वह संवेदनहीन और क्रूर भी होती है।
उन्होंने कहा, यदि बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है, तो निश्चित रूप से राज्य सरकारों को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दें, लेकिन इससे मणिपुर में हो रही बर्बरता को माफ नहीं किया जा सकता। मणिपुर की सरकार नाकाम हो गई है, भारत सरकार स्वप्रेरित कोमा में है।