नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों को लेकर पिछले ढाई महीनों से देश के अन्नदाता दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। जहां एक ओर ये आंदोलन अब सड़कों से संसद तक पहुंच चुका है तो वहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी काफी चर्चा हो रही है। ऐसे में कई इंटरनेशनल सेलेब्रिटीज इस मुद्दे पर ट्वीट कर रहे हैं।
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वहीं, बुधवार को विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर अपना एक बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है, ‘सनसनीखेज सोशल मीडिया हैशटैग और कमेंट्स से लुभाने का तरीका, खासकर जब मशहूर हस्तियों और अन्य लोगों द्वारा किया गया हो तो यह न तो सटीक है और न ही जिम्मेदाराना है।’ बता दें, अमेरिकी पॉप सिंगर रिहाना के ट्वीट के बाद विदेश मंत्रालय का यह जवाब आया है।
Plz read and share Ministry of External Affairs reply to foreigner’s comments on farmer issue.
#FarmersProtest #IndiaTogether #IndiaAgainstPropaganda #IndiaWithModi pic.twitter.com/SfUa4vEHgg
— khemchand sharma #Brajwasi #RadheRadhe (@SharmaKhemchand) February 3, 2021
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विदेश मंत्रालय ने आगे कहा, ‘इन विरोधों पर अपना एजेंडा लागू करने और उन्हें पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे निहित स्वार्थी समूहों को देखना दुर्भाग्यपूर्ण है। जैसा कि 26 जनवरी को देखा गया था। इस तरह के मामलों पर टिप्पणी करने से पहले हम आग्रह करते हैं कि तथ्यों का पता लगाया जाए और मुद्दों की उचित समझ की जाए। भारत की संसद ने पूर्ण बहस और चर्चा के बाद कृषि क्षेत्र से संबंधित सुधारवादी कानून पारित किए। इन निहित स्वार्थ समूहों में से कुछ ने भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिश की है। ऐसे बाहरी तत्वों से प्रेरित होकर दुनिया के कई हिस्सों में महात्मा गांधी की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। यह भारत के लिए और हर जगह सभ्य समाज के लिए बेहद परेशान करने वाली बात है।’
मालूम हो, रिहाना के अलावा क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने भी ट्विटर पर भारतीय किसानों का समर्थन किया था। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि हम भारत में हो रही किसान आंदोलन के साथ हैं। इससे पहले भी ग्रेटा ने नीट की परीक्षा का विरोध कर रहे छात्रों का समर्थन किया था। ग्रेटा के अलावा एक्टिविस्ट लिसिप्रिया कंगुजम ने भी हाल ही में किसान आंदोलन का समर्थन किया था। उन्होंने दुनिया को इस आंदोलन का समर्थन करने की अपील की थी। इसे लेकर उन्होंने ट्वीट भी किया था।