नई दिल्ली: केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ बीते कई दिनों से किसानों का आंदोलन चल रहा है। ऐसे में आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देशवासियों से दानदाताओं की आवाज बनाने की अपील की है। उन्होंने आज कहा है कि, ‘सत्तारूढ़ दल गरीब-विरोधी श्रमिक है, इसलिए वे किसान की आवाज नहीं सुन सकते।’ इसी के साथ आप इस बात से भी वाकिफ होंगे कि कांग्रेस पार्टी सोशल मीडिया पर हैशटैग ‘किसान के लिए बोले भारत’ कैंपन भी चला रही है।
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आज वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है, “शांतिपूर्ण आंदोलन लोकतंत्र का अभिन्न अंग है। हमारे किसान जो आंदोलन कर रहे हैं, उसे पूरे देश से समर्थन मिल रहा है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा
आप भी, उनके समर्थन में अपनी आवाज बुलंद करें, ताकि यह कृषि विरोधी हो।” एक अन्य ट्वीट में राहुल ने लिखा है- ‘मोदी सरकार ने अपने पूँजीपति मित्रों के फ़ायदे के लिए देश के अन्नदाता के साथ विश्वासघात किया है। आंदोलन के माध्यम से किसान अपनी बात कह चुके हैं। अन्नदाताओं की आवाज़ उठाना और उनकी माँगों का समर्थन करना हम सब का कर्तव्य है। #किसान के लिए बोले भारत’
मोदी सरकार ने अपने पूँजीपति मित्रों के फ़ायदे के लिए देश के अन्नदाता के साथ विश्वासघात किया है।
आंदोलन के माध्यम से किसान अपनी बात कह चुके हैं। अन्नदाताओं की आवाज़ उठाना और उनकी माँगों का समर्थन करना हम सब का कर्तव्य है।#किसान_के_लिए_बोले_भारत pic.twitter.com/3FYFTiNR1N
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 8, 2021
वहीं आगे अपने ट्वीट के साथ, राहुल ने किसानों के आंदोलन और 40 से अधिक दिनों के लिए कृषि कानूनों के खिलाफ उनके संघर्ष को दिखाने वाला एक वीडियो भी साझा किया है जो आप देख सकते हैं। इस वीडियो में किसानों को साफ़ साफ़ देखा जा सकता है। वैसे सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस लेती है या नहीं इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। अब तक कृषि कानूनों के मुद्दे पर सरकार और किसानों के बीच 7 दौर की वार्ता हो चुकी है।