Navratri 2023 : उत्तर प्रदेश सरकार ने इस चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) को खास बनाने की योजना बनाई है। नवरात्रि (Navratri) के नौ दिनों तक यूपी के सभी जिलों में सुंदरकांड (Sunderkand) और दुर्गा सप्तशती (Durga Saptashati) का पाठ होगा। इसके लिए सरकार ने प्रत्येक जिलों को धनराशि भी मुहैया कराया है। देवी के नौ दिनों में पूरा उत्तर प्रदेश भक्तिमय भाव में ऱंग जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा इसके लिए खास सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सामाजिक संस्थाओं और विशेष मंदिरों द्वारा आयोजन आयोजित होंगे।
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सरकार की ओर से प्रत्येक जिले को आयोजन के लिए एक-एक लाख रुपए की धनराशि दी गई है। जिले के डीएम (DM) और कमिश्नर ने मंदिरों के सूची मंगाकर आयोजनों की जगह, तिथि और समय निर्धारित किया है। नौ दिनों के इस अयोजन का समापन श्रीरामचरितमानस (Shri Ramcharit Manas) के अखंड पाठ से होगा। मानस विवाद के बाद बने माहौल से कुल मिलाकर इस नवरात्रि (Navratri) सरकार प्रदेशवासियों को भक्तिमय करने की योजना में है।
नवरात्रि में निकाली जाएंगी खास झांकिया
प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम (Principal Secretary Culture Mukesh Meshram) की ओर से प्रदेश के सभी कमिश्नर और DM को इस संबंध में दिशा-निर्देश पहले ही भेज दिए गए थे। पहले दिन से ही पूजा पाठ शुरू हो जाएगा। वहीं, 29 और 30 मार्च को अष्टमी और रामनवमी पर मंदिरों में श्री रामचरितमानस का पाठ होगा। नौ दिनों तक मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा-पाठ होगा। मंदिरों और शक्तिपीठों में भव्य जागरण और मानस का पाठ भी होगा।
जानें आखिर क्यों कराया जा रहा है पाठ?
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दरअसल, नवरात्रि (Navratri) में ऐसे भव्य आयजनों को लेकर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं। सरकार ऐसे कार्यक्रमों से अपने सांस्कृतिक-धार्मिक अजेंडे को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। आगले साल लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी धर्मिक और आस्था का कार्ड प्ले कर रही है। इसी कड़ी में अयोध्या मंदिर के कपाट भी चुनाव से पहले खोलना तय किया है। इसमें जागरण, रामचरित मानस पाठ (Ramcharit Manas) के साथ साथ भंडारा कराया जाएगा। इन आयोजन की व्यवस्थाओं के लिए जिला प्रशासन को मुस्तैद किया गया है।