पटना। राजद नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव (RJD leader and Grand Alliance’s chief ministerial candidate Tejashwi Yadav) ने शनिवार को सत्तारूढ़ एनडीए पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होने चुनाव आयोग की चुप्पी पर सवाल उठाए है। तेजस्वी यादव का यह बयान बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान मोकामा में हत्या और झड़पों के बाद आया है।
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मोकामा हत्याकांड (mokama massacre) का ज़िक्र करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि दिनदहाड़े हत्याएं हो रही हैं। एफआईआर में नाम हैं, फिर भी आरोपी थाने के सामने से गुज़रता है और प्रचार करता है। आरोपी 40 लोगों के काफिले के साथ बंदूकें और गोला-बारूद लेकर घूम रहा है। एक हत्या हुई है, लेकिन एक भी व्यक्ति के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। तेजस्वी यादव ने यह भी आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव से पहले नकदी बांटी जा रही है। इस पर चुनाव आयोग कुछ भी नहीं कर रहा है। उन्होने चुनाव आयोग की निष्क्रियता की आलोचना की। तेजस्वी ने कहा कि चुनाव आयोग कहां है? क्या चुनाव आयोग मर चुका है? क्या चुनाव आयोग का कानून सिर्फ़ विपक्ष के लोगों के लिए है? सत्ता में बैठे लोगों के लिए नहीं? प्रदेश में कोई कानून नहीं है। अपराधी बेकाबू हैं और सत्ता में बैठे लोग उन्हें बचा रहे हैं। चुनाव के दौरान दस-दस हज़ार रुपए बांटे जा रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। बिहार की जनता देख रही है कि इस बार वे चुनाव में भाजपा-एनडीए को उखाड़ फेंकेंगे। 30 अक्टूबर को मोकामा विधानसभा क्षेत्र में जन सुराज पार्टी और जनता दल यूनाइटेड (Jan Suraj Party and Janata Dal United) के कथित समर्थकों के बीच हुई झड़प में दुलारचंद यादव नामक व्यक्ति मृत पाया गया और कई अन्य घायल हो गए।