उत्तरप्रदेश ने निर्यात को लेकर नया इतिहास रच दिया है। वित्त वर्ष 2024-25 में प्रदेश का कुल निर्यात 1.86 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया जो पिछले वर्ष की तुलना में 16 हजार करोड़ ज्यादा है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (फियो) की रिपोर्ट के अनुसार यूपी एक्सपोर्ट में राष्ट्रीय स्तर पर चौथे पायदान पर पहुंचा गया है। इस दोनों शहरों गौतमबुद्धनगर (नोएडा) और गाजियाबाद जो की विकास के को लेकर निर्यात में अपनी मजबूती कायम रखी।
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प्रदेश के कुल निर्यात में आधे से ज्यादा हिस्सों पर नोएडा का कब्जा है। बता दें इस शहर का (94 हजार करोड़ रुपये) अकेले ही है । वहीं गाजियाबाद दूसरे तो कानपुर रैंकिंग सुधारकर तीसरा स्थान पर पहुंच गया है। फियो के महानिदेशक अजय सहाय का कहना है कि लगातार हो रहे औद्योगिक विकास, इंटीग्रेटेड क्लस्टर और इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के दम पर अगले एक साल में यूपी का निर्यात दो लाख करोड़ रुपये के पार हो जाएगा। फियो के यूपी प्रमुख आलोक श्रीवास्तव ने कहा कि छोटे जिलों ने भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया।
कहां से क्या हुआ निर्यात
नोएडा से होने वाले एक्सपोर्ट में इलेक्ट्रॉनिक्स, सॉफ्टवेयर सेवा और रेडीमेड कपड़ों का प्रमुख योगदान है। ऑटो कंपोनेंट्स, एफएमसीजी उत्पाद और फार्मा में मजबूत स्थिति के दम पर गाजियाबाद दूसरे स्थान पर है। कानपुर चमड़े और मुरादाबाद धातु हस्तशिल्प में पकड़ बनाए है। कानपुर ने निर्यात में 16% वृद्धि दर्ज की है।
15वें स्थान पर लखनऊ
FIEO रिपोर्ट के मुताबिक, निर्यात के मामले में लखनऊ 13वें से 15वें स्थान पर लुढ़क गया है। अलीगढ़ (छठे), भदोही (सातवें), उन्नाव (आठवें), अमरोहा (नौवें), संभल (10वें), रामपुर (14वें) और हापुड़ (13वें) जैसे छोटे जिलों ने अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की है।