Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. दुनिया
  3. ‘अब कार्रवाई करने की हमारी बारी…’ ईरान ने बता दिया कि अमेरिका को कहां देगा बड़ी चोट

‘अब कार्रवाई करने की हमारी बारी…’ ईरान ने बता दिया कि अमेरिका को कहां देगा बड़ी चोट

By Abhimanyu 
Updated Date

Iran’s response to the US attack: ईरान-इजरायल संघर्ष में अब अमेरिका सीधे तौर पर कूद पड़ा है। अमेरिकी विमानों ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला कर उन्हें तबाह कर दिया है। इस बात की पुष्टि खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की है। अब ईरान इस हमले के जवाब में अमेरिका को बड़ी चोट देने की तैयार कर रहा है। वह अमेरिकी नौसेना के बेड़ों पर किसी भी वक्त मिसाइल हमला कर सकता है।

पढ़ें :- भारत ने द. अफ्रीका को नौ विकेट से हराकर जीती सीरीज, यशस्वी ने जमाया शतक, कोहली-रोहित का पचासा

दरअसल, अमेरिकी कार्रवाई के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी और कायहान अखबार के प्रबंध संपादक होसैन शरीयतमादारी ने कहा कि अब बिना देरी किए कार्रवाई करने की हमारी बारी है। पहले कदम के रूप में, हमें बहरीन में अमेरिकी नौसैनिक बेड़े पर मिसाइल हमला करना चाहिए। इसके साथ ही अमेरिकी, ब्रिटिश, जर्मन और फ्रांसीसी जहाजों के लिए होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करना चाहिए। फिलहाल, अमेरिकी कार्रवाई पर ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई की प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी।

परमाणु ठिकाने तबाह करने के बाद ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी है कि अगर उसने इस हमले का जवाब दिया तो उसको और ज्यादा ताकत से इसका जवाब दिया जाएगा। ट्रंप ने ट्रुथ पर लिखा, ‘ईरान द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ़ किसी भी जवाबी कार्रवाई का जवाब आज रात जो हुआ उससे कहीं ज़्यादा बल से दिया जाएगा। धन्यवाद! डोनाल्ड जे. ट्रम्प, संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति।’

बता दें कि खामेनेई ने ईरान-इजरायल संघर्ष में सैन्य हस्तक्षेप के खिलाफ अमेरिका को पूर्व चेतावनी में कहा था कि अमेरिका को होने वाला नुकसान ईरान को होने वाले किसी भी नुकसान से कहीं ज्यादा होगा। खामेनेई ने कहा कि अमेरिका के लोगों को पता होना चाहिए कि किसी भी अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप के साथ निस्संदेह अपूरणीय क्षति होगी। वह इस मामले में 100 फीसदी अपने ही नुकसान के लिए प्रवेश कर रहा है। इसे होने वाला नुकसान ईरान को होने वाले किसी भी नुकसान से कहीं ज्यादा होगा।

पढ़ें :- Indigo Crisis : राहुल गांधी की बातों पर सरकार ने गौर किया होता तो हवाई यात्रा करने वालों को इतनी तकलीफें न उठानी पड़ती
Advertisement