Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. पंचांग • सोमवार, 31 अगस्त, 2020

पंचांग • सोमवार, 31 अगस्त, 2020

By प्रीति कुमारी 
Updated Date

पंचांग • सोमवार, 31 अगस्त, 2020
विक्रम संवत – 2077, प्रमादी
शक संवत – 1942, सरवरिक
पूर्णिमांत – भाद्रपद
अमंत मास – भाद्रपद

पढ़ें :- Amarnath Gufa Baba Barfani first picture : अमरनाथ गुफा से बाबा बर्फानी की पहली तस्वीर आई सामने , 29 जून से शुरू होगी दुर्गम यात्रा

तिथि
शुक्ल पक्ष त्रयोदशी – अगस्त 30 08:21 पूर्वाह्न – 31 अगस्त 08:49 पूर्वाह्न
शुक्ल पक्ष चतुर्दशी – अगस्त 31 08:49 पूर्वाह्न – 01 सितंबर 09:39 पूर्वाह्न

नक्षत्र
श्रवण – अगस्त 30 01:52 अपराह्न – अगस्त 31 03:04 अपराह्न
धनिष्ठा – अगस्त 31 03:04 अपराह्न – 01 सितंबर 04:38 अपराह्न

करण
तैतीला – अगस्त 30 08:32 अपराह्न – अगस्त 31 08:49 पूर्वाह्न
गरिजा – अगस्त 31 08:49 पूर्वाह्न – अगस्त 31 09:11 अपराह्न
वनिजा – अगस्त 31 09:11 अपराह्न – 01 सितंबर 09:39 पूर्वाह्न

योग
सोभना – अगस्त 30 01:58 अपराह्न – 31 अगस्त 01:22 अपराह्न
अतिगंडा – अगस्त 31 01:22 अपराह्न – 01 सितंबर 01:04 अपराह्न

पढ़ें :- Akshaya Tritiya Shubh Yoga 2024 : अक्षय तृतीया पर बन र​हे कई शुभ योग,स्नान-दान करने से अनंत फल की होती है प्राप्ति

वारा
सोमवार (सोमवार)

त्यौहार और व्रत
ओणम

सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 6:12 AM
सूर्यास्त – 6:41 अपराह्न
चंद्रोदय – अगस्त 31 5:51 अपराह्न
चंद्रास्त – सितम्बर 01 5:08 AM

अशुभ काल
राहु – 7:46 पूर्वाह्न – 9:19 पूर्वाह्न
यमगंडा – 10:53 पूर्वाह्न – 12:26 अपराह्न
गुलिका – दोपहर 2:00 बजे – दोपहर 3:34 बजे
दुर मुहूर्त – 12:52 अपराह्न – 01:42 अपराह्न, 03:21 अपराह्न – 04:11 अपराह्न
वर्ज्यम – 07:20 अपराह्न – 09:02 अपराह्न

शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – 12:02 अपराह्न – 12:52 अपराह्न
अमृत ​​काल – कोई नहीं
ब्रह्म मुहूर्त – 04:36 पूर्वाह्न – 05:24 पूर्वाह्न

पढ़ें :- Ravi Pradosh vrat 2024 shubh muhurat : रवि प्रदोष व्रत में करें श्री महेश्वराय नम: का जप , जानें तिथि और पूजन विधि

आनंददी योग
सिद्धि तक – 03:04 अपराह्न

सूर्या रसी
सिंह में सूर्य (सिंह)

चंद्र रासी
कुंभ राशि में प्रवेश करने से पहले चंद्रमा 01 सितंबर, 03:48 पूर्वाह्न तक मकर राशि में भ्रमण करता है

चंद्र मास
अमंता – भाद्रपद
पूर्णिमांत – भाद्रपद
शक वर्ष (राष्ट्रीय कैलेंडर) – भाद्रपद 9, 1942
वैदिक ऋतु – वर्षा (मानसून)
ड्रिक रितु – शरद (शरद ऋतु)

शुभ योग
सर्वार्थ सिद्धि – अगस्त 31 06:12 पूर्वाह्न – 31 अगस्त 03:04 अपराह्न (श्रवण और सोमवार)

चंद्राष्टम
1. मृगशीर्ष अंतिम 2 पदम, आर्द्रा, पुनर्वसु प्रथम 3 पदम

पढ़ें :- Ganga Saptami 2024 : गंगा सप्तमी पर दीपदान का विधान है, गंगा में डुबकी और दान से होती है मनोकामना पूर्ण
Advertisement