पंचांग: शुक्रवार, 13 मई 2022
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विक्रम संवत – 2079, राक्षस :
शक संवत – 1944, शुभकृतो
पूर्णिमांत – वैशाख :
अमंत मास – वैशाख
तिथि
शुक्ल पक्ष द्वादशी – 12 मई 06:51 अपराह्न – 13 मई 05:27 अपराह्न
शुक्ल पक्ष त्रयोदशी – 13 मई 05:27 अपराह्न – 14 मई 03:23 अपराह्न
नक्षत्र
हस्ता – 12 मई 07:30 अपराह्न – 13 मई 06:48 अपराह्न
चित्रा – 13 मई 06:48 अपराह्न – 14 मई 05:28 अपराह्न
करण
बावा – 12 मई 06:52 अपराह्न – 13 मई 06:15 पूर्वाह्न
बलवा – 13 मई 06:15 पूर्वाह्न – 13 मई 05:27 अपराह्न
कौलवा – 13 मई 05:27 अपराह्न – 14 मई 04:30 पूर्वाह्न
तैतीला – 14 मई 04:30 पूर्वाह्न – 14 मई 03:23 अपराह्न
योग
वज्र – 12 मई 05:51 अपराह्न – 13 मई 03:41 अपराह्न
सिद्धि – 13 मई 03:41 अपराह्न – 14 मई 12:59 अपराह्न
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वारा
शुक्रवार (शुक्रवार)
त्यौहार और व्रत
परशुराम द्वादशी
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 5:50 AM
सूर्यास्त – 6:55 अपराह्न
चंद्रोदय – मई 13:4:12 अपराह्न
चंद्रास्त – मई 14 4:17 AM
अशुभ काल
राहु – 10:45 पूर्वाह्न – 12:23 अपराह्न
यमगंडा – 3:39 अपराह्न – 5:17 अपराह्न
गुलिका – 7:28 पूर्वाह्न – 9:07 पूर्वाह्न
दुर मुहूर्त – 08:27 पूर्वाह्न – 09:20 पूर्वाह्न, 12:49 अपराह्न – 01:41 अपराह्न
वर्ज्यम – 02:21 पूर्वाह्न – 03:52 पूर्वाह्न
शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – 11:57 पूर्वाह्न – 12:49 अपराह्न
अमृत काल – 12:59 अपराह्न – 02:32 अपराह्न
ब्रह्म मुहूर्त – 04:14 पूर्वाह्न – 05:02 पूर्वाह्न
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आनंददी योग
अमृत तक – 06:48 अपराह्न
मुसल (मुशाला)
सूर्या रसी
मेष राशि में सूर्य (मेष)
चंद्र रासी
चंद्रमा कन्या (कन्या) में भ्रमण करता है
चंद्र मास
अमंता – वैशाख :
पूर्णिमांत – वैशाख :
शक वर्ष (राष्ट्रीय कैलेंडर) – वैशाख 23, 1944
वैदिक ऋतु – वसंत (वसंत)
ड्रिक रितु – ग्रिश्मा (ग्रीष्मकालीन)
चंद्राष्टम
1. धनिष्ठा अंतिम 2 पदम, शतभिषा, पूर्व भाद्रपद प्रथम 3 पदम