Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. 20 जून का पंचांग: शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय नक्षत्र, जानिए कौन सा समय अच्छा और कौन सा बुरा

20 जून का पंचांग: शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय नक्षत्र, जानिए कौन सा समय अच्छा और कौन सा बुरा

By प्रीति कुमारी 
Updated Date

20 जून का पंचांग

पढ़ें :- Ravi Pradosh vrat 2024 shubh muhurat : रवि प्रदोष व्रत में करें श्री महेश्वराय नम: का जप , जानें तिथि और पूजन विधि

विक्रम संवत – 2078,
शक संवत – 1943,
पूर्णिमांता – ज्येष्ठ:
अमंत मास – ज्येष्ठ

तिथि
शुक्ल पक्ष दशमी – जून 19 06:45 अपराह्न – जून 20 04:21 अपराह्न
शुक्ल पक्ष एकादशी – जून 20 04:21 अपराह्न – जून 21 01:31 अपराह्न

नक्षत्र
चित्रा – जून 19 08:28 अपराह्न – जून 20 06:49 अपराह्न
स्वाति – जून 20 06:49 अपराह्न – जून 21 04:45 अपराह्न

करण
गरिजा – जून 20 05:37 पूर्वाह्न – जून 20 04:21 अपराह्न
वनिजा – जून 20 04:21 अपराह्न – जून 21 02:59 पूर्वाह्न
विष्टी – जून 21 02:59 पूर्वाह्न – जून 21 01:31 अपराह्न

पढ़ें :- Ganga Saptami 2024 : गंगा सप्तमी पर दीपदान का विधान है, गंगा में डुबकी और दान से होती है मनोकामना पूर्ण

योग
परिघा – जून 20 12:05 पूर्वाह्न – 20 जून 08:59 अपराह्न
शिव – जून 20 08:59 अपराह्न – जून 21 05:33 अपराह्न

वारा
रविवर (रविवार)

त्यौहार और व्रत
गंगा दशहरा

सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 5:45 AM
सूर्यास्त – 7:11 अपराह्न
चंद्रोदय – जून 20 2:35 अपराह्न
चंद्रास्त – जून २१:२७ पूर्वाह्न

अशुभ काल
राहु – ५:३० अपराह्न – ७:११ अपराह्न
यमगंडा – 12:28 अपराह्न – 2:09 अपराह्न
गुलिक – 3:49 अपराह्न – 5:30 अपराह्न
दुर मुहूर्त – 05:23 अपराह्न – 06:17 अपराह्न
वरज्यम – 11:56 अपराह्न – 01:24 पूर्वाह्न

पढ़ें :- 04 मई 2024 का राशिफलः शनिवार के दिन इन राशि के लोगों की आर्थिक दिशा में किए गए प्रयास सफल होंगे

शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – 12:01 अपराह्न – 12:55 अपराह्न
अमृत ​​काल – 12:52 अपराह्न – 02:21 अपराह्न
ब्रह्म मुहूर्त – 04:09 पूर्वाह्न – 04:57 पूर्वाह्न

आनंददी योग
पद्मा तक – 06:49 अपराह्न
मिथुन राशि में सूर्य (मिथुन)

चंद्र रासी
तुला राशि में प्रवेश करने से पहले चंद्रमा 20 जून, 07:42 पूर्वाह्न तक कन्या राशि में भ्रमण करता है

चंद्र मास
अमंता – ज्येष्ठः
पूर्णिमांता – ज्येष्ठ:

शक वर्ष – ज्येष्ठ 30, 1943
वैदिक ऋतु – ग्रिश्मा (ग्रीष्मकालीन)
ड्रिक रितु – ग्रिश्मा (ग्रीष्मकालीन)

पढ़ें :- Varuthini Ekadashi : वरुथिनी एकादशी व्रत करने से सभी पाप भी मिट जाते है, जानें पूजा के लिए शुभ मुहूर्त
Advertisement