नई दिल्ली। संसद सुरक्षा में सेंध (Parliament Security Breach) मामले को लेकर अब देश की सियासत तेज हो चली है। कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के बाद अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने भी इस घटना को लेकर मोदी सरकार (Modi Government) पर करारा हमला बोला है। दर्शक दीर्घा से लोकसभा के फर्श पर छलांग लगाने की आरोपियों को लेकर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि गूंगी-बहरी सरकार को जगाने के लिए वो लोग सदन में कूद गए।
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कन्नौज दौरे के दौरान जब पत्रकारों ने संसद सुरक्षा चूक मामले को लेकर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से सवाल पूछा तो उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि सदन में जो नौजवान कूदे हैं यह सुरक्षा में बड़ी चूक है। वह नौजवान मौजूदा सरकार से बहुत त्रस्त थे। उनके परिवार के सदस्यों ने बताया रोजगार नहीं मिलने से नौजवान दुखी थे। इसी वजह से गूंगी-बहरी सरकार को जगाने के लिए लोकसभा में कूद गए।
कांग्रेस महासचिव (Congress General Secretary) और सांसद केसी वेणुगोपाल (Congress MP KC Venugopal) ने भी ताजा बयान दिया है। वेणुगोपाल ने कहा कि दिल्ली पुलिस इसे आतंकी हमला बता रही है। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) गृहमंत्री (Home Minister) अमित शाह के तहत आती है। कांग्रेस महासचिव (Congress General Secretary) ने कहा कि हम इस मामले पर सियासत नहीं कर रहे हैं। हम इसे आतंकी घटना नहीं कह रहे हैं। हम कह रहे हैं कि सरकार की तरफ से सुरक्षा में घोर लापरवाही की गई है।
मोदी सरकार में मंत्री अश्विनी चौबे (Minister Ashwini Choubey) ने कहा कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपियों के कांंग्रेस से रिश्ते हैं। इससे तय है कि संसद की सुरक्षा को तार-तार करने के मामले ने बीजेपी (BJP) और विपक्ष को एक बार फिर आमने-सामने ला खड़ा किया है। इससे पहले विपक्ष की तरफ से कहा गया था कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वालों ने बेरोजगारी और अन्य मसलों से परेशान होकर ऐसा किया। वहीं, बीजेपी (BJP)ने टीएमसी (TMC) नेता के साथ संसद सुरक्षा में सेंध लगाने के मास्टरमाइंड कहे जा रहे ललित झा की फोटो सार्वजनिक कर विपक्ष को घेरा गया था।
इस पूरे मामले में सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Parliamentary Affairs Minister Prahlad Joshi) ने कहा था कि संसद की सुरक्षा में सेंध का मसला स्पीकर देख रहे हैं। स्पीकर ही इस बारे में कुछ कहेंगे। प्रह्लाद जोशी (Prahlad Joshi) ने कहा था कि इस मामले में सरकार को बयान नहीं देना है। उन्होंने ऐसी ही पुरानी कई घटनाओं का हवाला दिया था और कहा था कि हर राजनीतिक दल को इस मामले में एकजुट रहना चाहिए। कुल मिलाकर इस बार संसद सत्र में सेंध की वजह से सियासत अभी चरम पर है।