pauranik shishtaachaar : हिंदू धर्म में पवित्रता को लेकर बहुत सारी बाते बतायी गई है। पौराणिक ग्रंथों में तो महत्वपूर्ण बातों के पीछे उन जरूरी तर्कों को भी बताया गया है। सनातन धर्म को मानने वाले लोग सदियों से चले आ रहे शिष्टाचार को मानते आए है। सनातन धर्म में कुछ विषयों की पवित्रता निर्विवादित है। इसी से संबंधित बातें कूर्म पुराण में भी बताई गई है। धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि देवता, ब्राह्मण, गाय, अग्नि, गुरु, विप्र, सूर्य व चंद्रमा की ओर पैर नहीं फैलाना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि जो लोग इन नियमों का पालन नहीं करते उनके संकट दिन तुरंत शुरू हो जाते हैं।
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1.हिंदू धर्म में देवी देवताओं के प्रति लोगों की आस्था रहती है। इनकी पवित्रता के प्रति लोग सदैव सतर्क रहते है। इनकी तरफ पैर करके बैठना या लेटना अशुभ माना जाता है।
2. ब्राह्मण: ऋग्वेद के अनुसार ब्राह्मणों की उत्पत्ति भगवान ब्रह्मा के मुख से हुई है। इसलिए इनकी ओर भी पैर नहीं करना चाहिए।
3. गाय: धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, गाय में सभी देवी देवताओं का वास माना गया है। इसलिए गाय की ओर भी पैर नहीं करके नहीं बैठना चाहिए। ऐसा करने वालों के जीवन में अशुभ घटनाएं घटने लगती है।
4. अग्नि: धर्म ग्रंथों को परम पवित्र माना जाता है। देवी-देवताओं को इसी के माध्यम से भोजन अर्पित किया जाता है। इसलिए जिस स्थान पर अग्नि जल रही हो, उस ओर पैर करके न बैठें और सोए भी नहीं।
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5. गुरु: हिंदू धर्म में गुरु को गोविंद कहा गया है। गुरु जीव और आत्मा का एकाकार कराते है। जहां गुरु बैठे हों, उस दिशा में पैर फैलाकर नहीं बैठना चाहिए।
6. विप्र: धर्म ग्रंथों के अनुसार वेदों की पढ़ाई करने वाले ब्राह्मण बालक को विप्र कहते हैं। इसे भी ब्राह्मण के समान ही मान-सम्मान देना चाहिए। इनकी ओर पैर फैलाकर बैठना इनका अपमान करने जैसा ही होता है। ऐसा करने से बचना चाहिए।
7. सूर्य: सूर्यदेव जगत के ऊर्जा का आधार है। जीव और वनस्पतियों को सूर्य से ही ऊर्जा मिलती है। इसलिए सूर्य की ओर पैर नहीं करना चाहिए।
8. चंद्रमा: पौराणिक ग्रंथों में चंद्रमा को वनस्पतियों का स्वामी बताया गया है। चंद्र को प्रत्यक्ष देवता कहा जाता हैं। इस कारण से चंद्रमा की ओर भी पैर नहीं करना चाहिए।