Ped Paudhe Kee Pooja : पूरी दुनिया में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उदेश्य है कि पृथ्वी पर हरियाली के स्रोत पेड़, पौधों के प्रति लोग जगस्क रहें और इनकों किसी प्रकार का नुकसास न पहुंचायें। हिंदू धर्म में प्रकृति की पूजा का विधान है। विधि विधान से पेड़, पौधों की पूजा की जाती है। घर के आंगन में तुलसी की पूजा की जाती है तो घर के बाहर नीम ,बरगद , पीपल , पाकड़, मंदार,शमी,बेल जैसे पेड़ों की पूजा की जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, पेड़, पौधों से जीवन को सकारात्मक उर्जा मिलती है। जीवन में नैराश्य का प्रभाव विकसित नहीं हो पाता है। पेड़, पौधों मानव जीवन के सहचर्य में रहते है। सनातन धर्म में जीवन शैली को प्रकृति अधारित बनाया गया है। जल , वस्त्र , और आनाज एंव छाया के लिए जीवन शैली पूरी तरह पेड़ पौधों पर निर्भर करती है। पेड़ों को रोपित करने से हमें शुद्ध प्राणवायु मिलती हैं। आइये जानते है उन मंत्रों को जो पेड़ों के लिए जपे जाते हेै।
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पेड़ पौधों के लिए मंत्र
ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षं शान्ति:
पृथिवी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति:।
वनस्पतय: शान्तिर्विश्वेदेवा: शान्तिर्ब्रह्म शान्ति:
सर्वं शान्ति:, शान्तिरेव शान्ति: सा मा शान्तिरेधि ॥
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति: ॥
पीपल के वृक्ष का मंत्र
मूलतो ब्रह्मरूपाय मध्यतो विष्णुरूपिणे। अग्रत: शिवरूपाय वृक्षराजाय ते नम:।।
आयु: प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यं सर्वसम्पदम्। देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गत:।।