जयपुर। किसानों का तीन कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन पिछले कई महीनों से जारी है। किसान ट्रैक्टर रैली, भारत बंद और रेल रोको जैसे आंदोलन के सभी तरीकों को अपना रहे हैं। लेकिन इसका कोई प्रभाव केन्द्र सरकार पर नहीं पड़ रहा है। किसानों और सरकार के बीच ग्यारह दौर की बात होने के बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जा पाया है। किसान पूरे देश में घूम घूम के अपने समर्थन में महापंचायत बुला रहे हैं।
पढ़ें :- 'इंडिया फॉर चिल्ड्रेन' को मिला प्रतिष्ठित 'द गोल्डन स्टार आइकॉन अवार्ड'
इस मामले में विपक्षी पार्टिया भी कूद पड़ी है। भारत की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस राजस्थान में शनिवार को किसान महापंचायत करने जा रही है, इसे कांग्रेस के आने वाले उपचुनाव में प्रचार के तौर पर भी देखा जा रहा है। इस किसान महापंचायत में खास बात यह है कि करीब दो साल बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट एक ही हेलिकॉप्टर में बैठकर सभा में हिस्सा लेने वाले हैं। यह किसान महापंचायत मातृकुंडिया और बीदासर के पास पिलानिया की ढाणी में आयोजित की जा रही है।
इसी बीच सचिन पायलट और अजय माकन के बीच दिल्ली में मुलाकात हुई, जिसमें कोर्ट से पायलट समेत 19 विधायकों को आयोग्य साबित करने की याचिका वापस लेने का फैसला लिया गया है। इस एक ही हेलिकॉप्टर में दोनों नेताओं का एक साथ सफर करने को एक नई शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है। बता दें कि राज्य की चार विधानसभा सीटों वल्लभनगर, राजसमंद, सहाड़ा और सुजानगढ़ के लिए जल्द ही उपचुनाव होने हैं।
इन उपचुनावों के लिए यह दोनों नेता चुनाव प्रचार करते नजर आएंगे। राजस्थान के पिछले विधानसभा के चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के बाद सचिन पायलट की मुख्यमंत्री बनने के चर्चा के बीच युवा चेहरे के ऊपर अनुभव को तरजीह देते हुए कांग्रेस ने अशोक गहलोत को राज्य की कमान सौंप दी थी। जिसके बाद इन दोनो नेताओं के बीच तल्खिया बढ़ गयी थी। ये दोनो अगर एक साथ आते है तो ये राजस्थान कांग्रेस के लिए अच्छा होगा।