हर घर में जब बच्चों को स्कूल भेजने की बात आती है तो पैरेंट्स बच्चों के लिए मार्केट से बड़े शौक से प्लास्टिक के रंग बिरंगे टिफिन लाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं की प्लास्टिक का टिफिन आपके बच्चों के लिए कितना हानिकारक हो सकता है ? आइए जानते हैं ….. डॉक्टर्स के अनुसार प्लास्टिक से बने टिफिन बॉक्स में जब गर्म खाना रखा जाता है, तो उसमें से निकलने वाले केमिकल्स बच्चों के स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं।. ये कोई छोटी बात नही है। बल्कि बच्चों के हार्मोनल बैलेंस, पाचन तंत्र और यहां तक कि भविष्य की बीमारियों से जुड़ा हुआ विषय है।
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बीपीए केमिकल मौजूद होता है
कुछ प्लास्टिक टिफिन ऐसे होते हैं, जसिमें BPA (Bisphenol) जैसे केमिकल्स मौजूद होते हैं. जो गर्मी के संपर्क में आकर खाने को खराब कर देते हैं. ये हार्मोनल असंतुलन, बच्चों के ग्रोथ को रोकता है।
कैंसर का खतरा
कुछ रिसर्च में यह बात सामने आई है कि लंबे समय तक बीपीए और दूसरे केमिकल्स के संपर्क में रहने से कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है, विशेषकर अगर बच्चा रोजाना प्लास्टिक टिफिन में खाना खा रहा है.
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पाचन तंत्र पर असर
गर्म खाना जब प्लास्टिक टिफिन में रखा जाता है, तो उसमें से निकलने वाले जहरीले रसायन धीरे-धीरे बच्चे के पाचन तंत्र को कमजोर कर सकते हैं, जिससे गैस, अपच और पेट दर्द हो सकता है.
इम्युनिटी पर असर
प्लास्टिक से निकलने वाले टॉक्सिन्स बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे वे बार-बार बीमार पड़ सकते हैं.
सुरक्षित विकल्प चुने
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आप अपने बच्चों को प्लास्टिक की टिफिन और प्लास्टिक बोतल में खाना पानी देना बंद कर दीजिये ये बहर नुकसान दायक हो सकता है। आप बच्चों को काँच या स्टील की टिफिन में बच्चों को खाना दीजिये। आप सुंदर और रंग बिरंगे टिफिन को इगनोर करके अपने बच्चों के सेहत पर ध्यान दीजिये।