नई दिल्ली: महीने के अंत में पीएम मोदी आकाशवाणी के जरिये देशवाशियों के लिए मन की बात का प्रोग्राम का प्रसारण करतें हैं। आज रविवार को प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित करते हुए पानी के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने पानी को पारस से भी महत्वपूर्ण बताते हुए इसके लिए जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जल्द ही बड़ा अभियान चलाने की बात कही।
पढ़ें :- कांग्रेस की तेलंगाना सरकार ने अडानी समूह के 100 करोड़ लौटाए, सीएम ने दी जानकारी
आपको बता दें उन्होने माघ पूर्णिमा का जिक्र करते हुए कहा कि कल माघ पूर्णिमा का पर्व था, माघ का महीना विशेष रूप से नदियों, सरोवरों और जलस्त्रोतों से जुड़ा हुआ माना जाता है।प्रधानमंत्री ने कहा कि माघ महीनों में स्नान को पवीत्र माना जाता है। इस महीने लोग नदी किनारे समय बिताते हैं। जल हमारे लिए जीवन भी और आस्था भी। उन्होंने कहा कि बिन पानी सब सून। पानी बचाने के लिए प्रयास होने चाहिए।
पीएम ने ये भी कहा कि पानी को लेकर हमें अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। गांवों में पोखर और कुएं की देखभाल होती थी। अब बारिश का पानी बचाने के लिए अभियान शुरू हो रहा है। जलशक्ति विभाग ‘कैच द रेेन’ अभियान शुरू करेगा। उन्होने कहा कि जल विकास की धारा है। पानी सभी के लिए जरूरी है। यह पारस से भी महत्वपूर्ण है।