करहल। मध्य प्रदेश के करहल में स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा कि आज मैं जन्म दिन पर अपनी मां से मिलने नहीं जा सका, लेकिन देश की माताओं का आशीर्वाद आज मुझे मिला है। पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि श्योपुर और करहल के लोगों को आज 8 चीतों की जिम्मेदारी सौंपने आया हूं। ये दृष्य आज मेरी मां जब देखेगी तो जरूर संतोष होगा कि भले बेटा आज यहां नहीं गया, लेकिन लाखों माताओं ने आशीर्वाद दिया है। मेरी मां को आज ज्यादा प्रसन्नता होगी।
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PM Shri @narendramodi participates in Self Help Group Sammelan at Sheopur, Madhya Pradesh. https://t.co/WFmqw1KS1D
— BJP (@BJP4India) September 17, 2022
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि आज के दिन आम तौर पर मेरा प्रयास रहता है कि मैं मेरी मां के पास जाऊं, उनके चरण छूकर आशीर्वाद लूं। लेकिन आज मैं मां के पास नहीं जा सका, लेकिन मध्य प्रदेश के आदिवासी अंचल की, अन्य समाज की, गांव-गांव में मेहनत करने वाली लाखों माताएं आज मुझे यहां आशीर्वाद दे रही हैं। पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि विश्वकर्मा जयंती पर स्वयं सहायता समूहों का इतना बड़ा सम्मेलन, अपने आप में बहुत विशेष है। मैं आप सभी को, सभी देशवासियों को विश्वकर्मा पूजा की भी शुभकामनाएं देता हूं।
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आज के नए भारत में पंचायत भवन से लेकर राष्ट्रपति भवन तक नारीशक्ति का लहरा रहा है परचम
मोदी (Modi) ने कहा कि मुझे आज इस बात की भी खुशी है कि भारत की धरती पर अब 75 साल बाद चीता फिर से लौट आया है। अब से कुछ देर पहले मुझे कुनो नेशनल पार्क में चीतों को छोड़ने का सौभाग्य मिला।आज इस मंच से पूरे विश्व को संदेश देना चाहता हूं कि आज जब करीब-करीब 75 वर्ष बाद आठ चीतें हमारे देश की धरती पर लौट आए हैं। अफ्रीका से हमारे मेहमान आए हैं, इन मेहमानों के सम्मान में हम सभी इनका स्वागत करें।पिछली शताब्दी के भारत और इस शताब्दी के ‘नए भारत’ में एक बहुत बड़ा अंतर हमारी नारी शक्ति के प्रतिनिधित्व के रूप में आया है। आज के नए भारत में पंचायत भवन से लेकर राष्ट्रपति भवन तक नारीशक्ति का परचम लहरा रहा है।
आज मध्यप्रदेश में स्वयं सहायता समूह द्वारा राज्य में 10 लाख पौधों का रोपण भी किया जा रहा है
उन्होंने कहा कि आज मध्यप्रदेश में स्वयं सहायता समूह द्वारा राज्य में 10 लाख पौधों का रोपण भी किया जा रहा है। पर्यावरण की रक्षा के लिए आप सभी का यह संगठित प्रयास, भारत के पर्यावरण के प्रति प्रेम, पौधे में भी परमात्मा देखने वाला मेरा देश आपके प्रयासों से भारत को एक नई ऊर्जा मिलने वाली है। जिस भी सेक्टर में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ा है, उस क्षेत्र में, उस कार्य में सफलता अपने आप तय हो जाती है। स्वच्छ भारत अभियान की सफलता इसका बेहतरीन उदाहरण है, जिसको महिलाओं ने नेतृत्व दिया है।