नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर बुधवार को सामने आए मणिपुर हिंसा (Manipur violence) से जुड़े विभत्स वीडियो (Gruesome Video) को देखकर पूरे देश में गुस्सा है। इस मुद्दे पर विपक्ष, केंद्र और प्रदेश सरकार की सरकार पर हमलावर है। विपक्ष ने मणिपुर सीएम एन बीरेन सिंह के इस्तीफा और संसद में पीएम मोदी (PM Modi) से बयान की मांग की है। वहीं, इस घटना पर पीएम मोदी (PM Modi) की प्रतिक्रिया सामने आयी है।
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मणिपुर के कुकी समाज की महिलाओं के साथ ऐसी दरिंदगी पर पीएम मोदी (PM Modi) ने नाराजगी व्यक्त की है। मानसून सत्र के शुरू होने पहले पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि मणिपुर (Manipur) की घटना को सुनकर मेरा दिल क्रोध और पीड़ा से भरा है। महिलाओं के साथ की जाने वाली इस शर्मनाक घटनाओं (Embarrassing Incidents) को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस तरह का गुनाह करने वाले कौन हैं, वे अपनी जगह पर हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
पीएम ने कहा कि मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वे लोगों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम (Concrete Steps) उठाए, खासकर महिलाओं के प्रति इस तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चाहे इस तरह की घटनाएं राजस्थान से हों या छत्तीसगढ़ से हो। सभी मुख्यमंत्री अपने राज्यों में उचित कदम उठाए।
बता दें कि आज यानी 20 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र की पूर्वसंध्या पर विपक्ष की मांग को सरकार ने स्वीकार करते हुए मणिपुर हिंसा (Manipur violence) और महंगाई के मुद्दे पर चर्चा के लिए हामी भरी है। इसके अलावा केंद्र सरकार दिल्ली अध्यदेश समेत 31 बिल पेश कर सकती है। दिल्ली अध्यादेश पर आम आदमी पार्टी पहले ही हमलावर है। 17 और 18 जुलाई को हुई विपक्ष की बैठक में कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर आप को अपना समर्थन दिया है। इस मसले पर संसद में हंगामे के आसार हैं।
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