Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. Taliban और Haqqani Network के बीच सत्ता संघर्ष शुरू , काबुल छोड़ भागा मुल्ला बरादर

Taliban और Haqqani Network के बीच सत्ता संघर्ष शुरू , काबुल छोड़ भागा मुल्ला बरादर

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। भले ही अफगानिस्तान (Afghanistan) में अंतरिम सरकार (Interim Government) का गठन हो गया है, लेकिन स्थाई सरकार को लेकर अभी भी गहमा-गहमी बनी हुई है। अब खबर आ रही है कि तालिबान (Taliban) और हक्कानी नेटवर्क (Haqqani Network) के बीच सत्ता को लेकर संघर्ष शुरू हो गया है, जिसके बाद मुल्ला अब्दुल गनी बरादर (Mullah Abdul Ghani Baradar) ने काबुल (Kabul) छोड़ दिया है।

पढ़ें :- तेलंगाना के पूर्व सीएम के. चंद्रशेखर राव पर चुनाव आयोग ने की कार्रवाई, 48 घंटे नहीं कर पाएंगे चुनावी कैंपेन

बता दें कि मुल्ला अब्दुल गनी बरादर (Mullah Abdul Ghani Baradar)  तालिबान सरकार में उप प्रधानमंत्री बनाए गए हैं। कुछ दिन पहले हक्कानी नेटवर्क (Haqqani Network) और उनके बीच झड़प भी हुई थी, जिसमें बरादर के गोली लगने की खबरें सामने आई थीं।

क्रेडिट लेने की जंग शुरू

ताजा मामला सामने आ रहा है कि बरादर और हक्कानी नेटवर्क (Haqqani Network)  के नेता खलील उर-रहमान के बीच कहासुनी हुई है। इसके बाद दोनों के समर्थक आपस में भिड़ गए हैं। बता दें कि हक्कानी नेटवर्क (Haqqani Network) का मानना है कि उसके आक्रामक रवैये और लड़ाकों के कारण ही अफगानिस्तान (Afghanistan)  की सत्ता मिली है। तो वहीं बरादर का मानना है कि उनकी कूटनीति के कारण ही तालिबान को जीत हासिल हुई है। ऐसे में दोनों गुट जीत का क्रेडिट लेने के लिए भिड़ गए हैं।

सत्ता में हिस्सेदारी का है विवाद

पढ़ें :- राउज एवेन्यू कोर्ट ने ईडी को लगाई कड़ी फटकार, कहा- कानून से ऊपर नहीं हैं

तालिबान और हक्कानी नेटवर्क (Haqqani Network) के बीच सरकार में हिस्सेदारी का भी विवाद है। बता दें कि हक्कानी नेटवर्क (Haqqani Network)  अफगानिस्तान (Afghanistan)  की सरकार में प्रमुख भूमिका चाहता है, लेकिन तालिबान (Taliban)  के नेता ऐसा नहीं चाहते। इसको लेकर भी दोनों के बीच विवाद है। पिछले दिनों सरकार गठन के दौरान ही दोनों गुटों में गोली भी चली थी, जिसमें बरादर के घायल होने की खबरें सामने आई थीं।

बीबीसी (BBC) ने अपनी रिपेार्ट में कहा कि मुल्ला अब्दुल गनी बरादर (Mullah Abdul Ghani Baradar)  काबुल (Kabul) छोड़कर कंधार (Kandhar) चले गए हैं। पहले एक प्रवक्ता का बयान आया कि बरादर कंधार सुप्रीम नेता से मिलने गए हैं। बाद में बताया गया कि वह वहीं रुक गए हैं।

Advertisement