लखनऊ। उत्तरप्रदेश के अगामी विधानसभा के चुनाव को लेकर पार्ट टाइम की जगह फुल टाइम के लिए राजनीतिक रुप से सक्रिय हुईं प्रियंका गांधी अगर कांग्रेस को मनमाफिक सफलता ना दिलाई पाईं तो उनका राजनीतिक भविष्य क्या होगा ये एक बड़ा सवाल है। हालांकि अब तक के चुनाव के माहौल को देखते हुए ये तो तय हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) से ही है।
पढ़ें :- बीजेपी विधायक राजेश्वर सिंह की 'ताराशक्ति निःशुल्क रसोई' से प्रतिदिन हजारों लोगों को ताजा और पौष्टिक भोजन किया जाता है वितरित
बसपा अभी तक निष्क्रिय ही नजर आ रही है। लेकिन अपने द्वारा चुनाव से पहले मुद्दो की लड़ाई में जीवटता दिखाने वाली प्रियंका ने लोगो का ध्यान अपनी ओर खींचा जरुर है। प्रियंका गांधी को अपने लक्ष्य में कितनी सफलता मिलेगी इस सवाल के जवाब के लिए मतगणना तक इंतजार करना होगा, लेकिन यह तो तय है कि ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ के नारे और 40 फीसदी महिलाओं(Womens) को टिकट देकर पार्टी ने सबका ध्यान अपनी ओर जरूर खींचा है।
इस सबके बीच एक कुछ सवाल बने हुए हैं, मसलन यूपी चुनाव के बाद प्रियंका गांधी की कांग्रेस में भूमिका क्या होगी? प्रियंका के राजनीतिक सफर पर यूपी चुनाव का कितना असर होने जा रहा है? यदि कांग्रेस को अपक्षेति सफलता नहीं मिली तो क्या पार्टी के भीतर राहुल गांधी(Rahul Gandhi) की तरह कुछ नेता प्रियंका के नेतृत्व पर भी सवाल उठा सकते हैं? हालांकि, हाल ही में प्रियंका गांधी से जब सवाल किया गया कि चुनाव के बाद उनकी पार्टी में क्या भूमिका होगी?
तो उन्होंने कहा कि वह यूपी में ही पार्टी के लिए काम करती रहेंगी। जानकारों का मानना है कि कांग्रेस(Congress) के कार्यकर्ताओं के जोश में इजाफा जरूर हुआ है, लेकिन वोट कितने बढ़ पाएंगे यह अभी पक्के तौर पर तो नहीं का जा सकता है। लेकिन जो सर्वे के नतीजे बता रहे हैं उसके मुताबिक, पार्टी को सीटों में कोई फायदा नहीं होने जा रहा है। लेकिन वोट शेयर में कुछ इजाफा जरूर हो सकता है।