लखनऊ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने लखीमपुर हिंसा (Lakhimpur Violence) मामले में पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए पीएम मोदी (PM Modi) को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने यूपी सरकार पर न्याय की आवाज दबाने का आरोप लगाया।
पढ़ें :- BSNL ने लॉन्च की भारत में पहली Satellite-to-Device सर्विस,Jio-Airtel को पछाड़ा
आपको बता दें, इस चिट्ठी में प्रियंका ने लखीमपुर (Lakhimpur Violence) के किसानो के नरसंहार और अन्नदाताओं के साथ हुई क्रूरता को पूरे देश ने देखा। आपको यह जानकारी भी है कि किसानो को अपनी गाड़ी से कुचलने का मुख्य आरोपी आपकी सरकार के केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री (Union Minister of State for Home) का बेटा है।
राजनीतिक दबाव के चलते इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने शुरुआत से ही न्याय की आवाज (voice of justice) को दबाने की कोशिश की। सुप्रीम कोर्ट ने इस संदर्भ में कहा कि सरकार की मंशा देखकर लगता है कि सरकार किसी विशेष आरोपी को बचाने का प्रयास कर रही है।
..@narendramodi जी अगर देश के किसानों के प्रति आपकी नीयत सचमुच साफ है तो आज अपने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के साथ मंच पर विराजमान मत होईये, उनको बर्खास्त कीजिये।
प्रधानमंत्री जी को मेरा पत्र। pic.twitter.com/5XNAmAjmvN
पढ़ें :- MCD Elections Live : AAP के महेश कुमार खिंची चुने गए दिल्ली के नए मेयर, भाजपा उम्मीदवार को 3 वोट से हराया
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 20, 2021
उन्होने कहा कि लखीमपुर में मारे गए किसानों के परिवारों से वह मिली है। वह असहनीय पीड़ा में है। परिवार न्याय चाहते है मगर केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री के पद में बने रहते यह संभव नहीं है। किसान नरसंहार मामले में जांच की हालिया स्थिति उन परिवारों की आशंका को सही साबित करती है। देश की कानून व्यवस्था के जिम्मेदार गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आपके उसी मंत्री के साथ मंच साझा कर रहे हैं।