Protein Supplements: प्रोटीन सप्लीमेंट का इस्तेमाल खासतौर से जिम जाने वाले या फिर बॉडी बिल्डर्स ही करते थे। आजकल बिना चिकित्सीय परामर्श के ही युवा और किशोर इसका खूब इस्तेमाल करने लगे है।इससे कई नुकसान भी हो सकते है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार डेली अपने वेट के हिसाब से प्रोटीन लेना चाहिए।
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अगर आपका वेट 50 किलोग्राम है तो 50 ग्राम प्रोटीन पर्याप्त है। एक कटोरी दाल में करीब दस ग्राम प्रोटीन जबकि 8 से 10 बादाम में 12 ग्राम प्रोटीन होता है। इनमें मैग्नीशियम, कैल्शियम और आयरन आदि भी मिलते है। प्रोटीन सप्लीमेंट का यूज आमतौर पर वेट घटाने या फिर बढ़ाने या मसल्स को विकसित करने के लिए होता है।
पहले जिम जाने वाले लोग या फिर बॉडी बिल्डर ही करते थे अब बिना डॉक्टरों की सलाह के अधिक मात्रा में हो रहा है। सबसे अधिक किशोर और युवा ही इसे ले रहे है। शरीर का विकास 20 साल की आयु तक होता है। इस समय हर तरह के पोषक तत्वों की शरीर को जरुरत होती है।
जबकि प्रोटीन सप्लीमेंट (Protein Supplements) विशेष लोगो की जरुरतों की पूर्ति के लिए है। ऐसे में अगर कोई कम उम्र में इसे लेता है तो उसके शरीर में दूसरे पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जिससे ठीक ढंग से विकास नहीं होगा।
अधिक प्रोटीन लेने से किडनी, दिल, लिवर पर असर पड़ सकता है।इसका डेली सेवन करने से व्यक्ति दूसरे पोषक तत्वों पर ध्यान नहीं देते है जिसकी वजह से दूसरे पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। कम उम्र में ही शरीर अंदर से खोखला होने लगता है।
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अगर आप भी ले रहे हैं प्रोटीन शेक तो ध्यान रखें ये बातें
प्रोटीन शेक ले रहे हैं तो डेली न लें। हफ्ते में दो से तीन दिन में ही लें। दूसरे सप्लीमेंट पर भी ध्यान दें।
प्रोटीन सप्लीमेंट (Protein Supplements) की जगह डेरी प्रोडक्ट, अंकुरित अनाज, दालें, अंडा और नॉनवेज लें। इनमें कई तरह के पोषक तत्व पाये जाते है।
नेचुरल प्रोटीन सप्लीमेंट (Protein Supplements) ही लें। कुछ प्रोटीन सप्लीमेंट में स्टेरॉड्स, प्रिजर्वेटिव्स, रंग, मिठाई, अरोमा आदि भी मिलाते है। इनसे नुकसान होता है।
कोशिश करें कि इनकों लेने से पहले फिजिशियन या डायटीशियन से भी चर्चा कर लें।
आप चाहे तो कई तरीके हैं जिन्हें डायटीशियन से सीखकर घर में खुद भी प्रोटीन सप्लीमेंट तैयार कर सकते है।