नई दिल्ली: पुडुचेरी में अब सियासत काफी गर्म हो चुकी है। दरअसल, मंगलवार को डॉ किरण बेदी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के निर्देश के बाद उपराज्यपाल के बाद से हटा दिया गया है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पुडुचेरी दौरे से पहले ही वहां की सरकार को एक और तगड़ा झटका लगा है। दरअसल, मुख्यमंत्री वी नारायणसामी के करीबी माने जाने वाले विधायक ए जॉन कुमार द्वारा इस्तीफा देने के बाद पुडुचेरी में संवैधानिक संकट खड़ा हो गया है।
पढ़ें :- UP Cabinet : योगी कैबिनेट ने उच्च शिक्षा को नई दिशा, लिए दो महत्वपूर्ण फैसले,एक और निजी विश्वविद्यालय को मिली मंजूरी
बता दें, 33 सदस्यीय विधानसभा में जॉन समेत चार विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस का संख्या बल 10 रह गया है। इसमें अध्यक्ष भी शामिल हैं। यही नहीं, पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकार को डीएमके का साथ मिला है। ऐसे में पुडुचेरी सरकार में तीन सदस्य डीएमके के भी शामिल हैं। इसके साथ सरकार को एक निर्दलीय विधायक का समर्थन भी हासिल है। फिलहाल, अब विधानसभा में पुडुचेरी की कांग्रेस सरकार ने विधायक ए जॉन कुमार के इस्तीफे के बाद बहुमत खो दिया है।
ऐसे में मंगलवार को जॉन कुमार के इस्तीफे के बाद विपक्ष कभी भी मौके का फायदा उठाते हुए नारायणसामी सरकार से इस्तीफा मांग सकता है क्योंकि अब यहां सरकार अल्पमत में है। यही नहीं, भारतीय जनता पार्टी के पास अब पुडुचेरी सरकार को घेरने के और भी कई कारण मिल गए हैं। दरअसल, किरण बेदी को उपराज्यपाल पद से हटा दिया गया है। वहीं, अब तमिलनाडु की उपराज्यपाल को पुडुचेरी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिन्हें नहीं मालूम, उन्हें बता दें कि पुडुचेरी की राजनीति में तमिलनाडु का काफी असर रहता है। इसकी वजह से अब बीजेपी को कहीं न कहीं इसका फायदा जरूर मिलेगा।